गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: जिले में एक बार फिर से दुर्लभ सफेद भालू देखा गया है। इस बार सफेद भालू का शावक आम के पेड़ पर चढ़ा हुआ दिखाई दिया। सूचना मिलने पर मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची और भालू के शावक को जंगल की ओर खदेड़ा गया।
मरवाही रेंज के धोबहर गांव की सीमा से सटे बगीचे में मंगलवार को आम तोड़ने गए लोगों को सफेद भालू पेड़ पर बैठा हुआ नजर आया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग की टीम को दी। जिस पर स्थानीय अमले ने भालू के शावक को नीचे उतारा। भालू का शावक वन विभाग की गाड़ी के नीचे घुसकर अठखेलियां करता रहा। बाद में मौके पर पहुंचे डीएफओ रौनक गोयल ने लोगों को वहां से हटाया। उन्होंने भालू की मेडिकल जांच के लिए टीम बुलाई। जांच के बाद भालू के शावक को किसी तरह से जंगल में भेज दिया गया।
मरवाही में एक बार फिर से दुर्लभ सफेद भालू देखा गया है।
बता दें कि 25 अप्रैल को भी मरवाही के महोरा गांव में एक सफेद भालू सड़क किनारे भूखा-प्यासा बदहवास हालत में मिला था, जिसे 2 दिन बाद उसकी मां और दूसरे सफेद शावक से मिला दिया गया। इस बार धोबहर गांव में सफेद भालू का शावक दिखाई दिया है। इस दूसरे सफेद भालू के बारे में डीएफओ रौनक गोयल ने संभावना जताई है कि ये वो सफेद भालू का शावक नहीं है, जिसे कुछ दिन पहले रेस्क्यू किया गया था।
सफेद भालू का शावक आम के पेड़ पर चढ़ा हुआ दिखाई दिया।
वहीं मरवाही में अब तक 3 सफेद भालू के शावकों के होने की पुष्टि हो गई है। सबसे पहले साल 1996 में यहां सफेद भालू दिखा था। सफेद भालू की ये प्रजाति सामान्य स्लॉथ बीयर प्रजाति की ही है न कि बर्फीले इलाके में पाए जाने वाले पोलर बीयर की। वहीं जंगल में लगातार कटाई, कब्जे और उत्खनन के साथ ही पानी की कमी से लगातार भालू और दूसरे जानवर शहर और गांव की ओर आ रहे हैं।
(Bureau Chief, Korba)