दुर्ग: जिले में राइस मिलर्स की मनमानी का बड़ा मामला सामने आया है। जिले के 54 राइस मिलर्स ने सरकार से धान तो लिया, लेकिन अब तक चावल जमा नहीं किया। दुर्ग जिला विपणन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इन राइस मिलर्स ने 72 करोड़ 84 लाख रुपए का चावल अब तक जमा नहीं किया है।
राइस मिलरो की मनमानी को रोकने के लिए दुर्ग जिला विपणन विभाग ने उनका कस्टम मिलिंग का अनुबंध समाप्त करने का निर्णय लिया है। जिला विपणन अधिकारी के मुताबिक वर्ष 22-23 के कस्टम मिलिंग का 19000 मीट्रिक टन चावल जिले के 54 राइस मिलरों ने तय समय तक जमा नहीं किया है। इससे शासन को बड़ा नुकसान हुआ है। विपणन विभाग नोटिस जारी कर राज्य शासन के अगले आदेश का इंतजार कर रहा है। विभाग का कहना है कि जिन राइस मिलर्स ने 70 प्रतिशत या उससे अधिक चावल जमा किया है, केवल उसी के साथ ही कस्टम मिलिंग का अनुबंद किया जाएगा। शेष के साथ अनुबंध समाप्त कर दिया जाएगा।
एक क्विंटल धान के एवज में जमा करना है चावल
दुर्ग जिला विपणन अधिकारी भौमिक बघेल ने बताया कि जिले में वर्ष 22-23 मे कस्टम मिलिंग के लिए 151 राइस मिलरों का पंजीयन किया गया था। अनुबंध के अनुसार प्राप्त धान के एवज में प्रत्येक राइस मिलरो को 1 क्विंटल अरवा धान के बदले 67 किलो चावल और 1 क्विंटल उसना धान के बदले 68 किलो चावल जमा करना था। 54 राइस मिलरों ने समय सीमा 30 नवंबर 2023 बीत जाने के बाद भी 19000 मीट्रिक टन चावल जमा ही नही किया। इसकी कुल कीमत 72 करोड़ 84 लाख रुपए होती है।
धान के बदले चावल जमा करने की निर्धारित होती है समय सीमा
तय सीमा में चावल जमा करना है अनिवार्य
विपणन विभाग से जो राइस मिलर्स का अनुबंध होता है उसके मुताबिक उन्हें तय समय सीमा के अंदर चावल जमा करना होता है। जमा नही करने पर प्रशासन उन पर कार्यवाही करने के साथ उनका पंजीयन निरस्त करने का अधिकार रखता है। साथ ही नए सत्र के लिए कस्टम मिलिंग के पंजीयन नहीं करता है।
नहीं हो पा रहा मंडियों से धान का उठाव
जिले में अब तक की खरीदी व धान का उठाव
दुर्ग जिले में वर्ष 23-24 के लिए 1 नवंबर से अभी तक 1 लाख 61 हजार 785 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। इसमें से 1 लाख 07 हजार 118 मीट्रिक टन धान के लिए डीओ जारी किया जा चुका है। वहीं 70,643 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है। शेष 36,475 मैट्रिक टन धान अभी भई धान उपार्जन केन्द्रो में खुले आसमान में पड़ा है।
वे 54 राइस मिलर्स जिन्होंने नहीं जमा किया चावल
- देव उद्योग यूनिट 2 – हेमन्त रूंगटा
- श्रीसाईराम राइस मिल अंडा – सुरेश कुमार अग्रवाल
- गजानन राइस मिल-यूनिट II – अशोक कुमार मित्तल
- हनुमत राइस इंडस्ट्रिज यूनिट II – सुजीत कुमार गुप्ता
- एसके सॉर्टेक्स प्राइवेट लिमिटेड – सुधीर खंडेलवाल
- महामाया राइस मिल जामगांव एम – बसंत चंद्राकर
- हनुमत चावल उद्योग – सुजीत कुमार गुप्ता
- मेसर्स साई राम राइस मिल – विनय जिंदल
- श्री गंगा पेडडी प्रोसेसर्स मुरमुंडा – गिरधारी लाल अग्रवाल
- श्री श्याम राइस मिल गोविंद इंद जेवरा – सुरेश कुमार अग्रवाल
- हेमलता एग्रो इंडस्ट्रीज – बिमल कुमार सेकसरिया
- सम्यक एग्रो इंडस्ट्रीज – ऋषभ कुमार जैन
- राकेश उद्योग चंदखुरी – राकेश कुमार जिंदल
- Ms जिंदल पेड्डी प्रोसेसिंगयूनिट – सौरभ अग्रवाल
- गर्ग चावल उद्योग – वीरेंद्र अग्रवाल
- नारायण राइस मिल-हेमंत चंद्राकर
- देव उद्योग जवाहर नगर दुर्ग-गणेश रूंगटा
- मीरा ट्रेडर्स – अभिषेक शर्मा
- मयंक ट्रेडर्स खपरी दुर्ग बजरंग चावल – मयंक अग्रवाल
- सतगुरु इंडस्ट्रीज जामगांव – हरभजन सिंह चावला
- Ms प्रज्ञा राइस मिल – दिनेश कुमार अग्रवाल
- महावीर धन कुटाई केंद्र करंजा भिलाई – तेजराज गोलछा
- Ms जय राइस मिल – विजेंद्र कुमार अग्रवाल
- महावीर इंडस्ट्रीज – राहुल कुमार सेकसरिया
- साई राम इंडस्ट्रीज – विवेक कुमार अग्रवाल
- गुरुदेव एंटरप्राइजेज – संतोष कुमार छाजेड़
- मां तुलसी ट्रेडर्स सिकोला भाटा दुर्ग – कुशल राठी
- Ms गुरुदेव ट्रेडिंग कंपनी – यश गोलछा
- साईं लक्ष्मी राइस मिल – विनोद गुप्ता
- नर्मदा फूड्स – नवीन खंडेलवाल
- नवकार राइस मिल यूनिट 1 कोलिहापुरी – नीरज कुमार जैन
- गुरुदेव राइसमिल – राजेश कुमार जैन
- श्री वेंकटेश उद्योग – श्री दामोदर प्रसाद अग्रवाल
- गणपति ट्रेडर्स लिसी चामुंडा राइस मिल – आशीष कुमार जैन
- नर्मदा पल्सेस – प्रशांत चांडक
- एसके इंडस्ट्रीज – सचिन खंडेलवाल
- भागीरथी चावल उत्पाद आण्डा – मनोहर लाल राठी
- मैसर्स श्री विनायक राइस मिल – अंकित श्योकंद
- श्री भवानी फूड प्रोडक्ट्स चंदखुरी – विनय भूतड़ा
- गणेश राइस मिल – जेर सिंह साहू
- श्री श्याम एग्रो प्रोडक्ट – दीपक राठी
- वाडेर एग्रीटेक – हुकुम चंद जैन
- M/s चिंतामणि मिनी राइस मिल – राहुल जैन
- गुरुनानक ट्रेडर्स – हरप्रीत सिंह रेखी
- श्री रमन उद्योगलिज़ राधिका उद्योग – रूपेश टावरी
- एम्बर फ़ूड्स – राजेश सेठी
- श्री बालाजी इंडस्ट्रीज जेवरा सिरसा दुर्ग – दीपक जुमनानी
- श्री वर्धमान इंडस्ट्रीज – नीरज बाकलीवाल
- आर्य राइस मिल निकुम – आलोक कुमार अग्रवाल
- महावीर फूड प्रोडक्ट- महेंद्र लोड
- हनुमान राइस मिल – छगन लाल चांडक
- श्री गंगा धान प्रोसेसर्स मुरमुंदा – गिरधारी लाल अग्रवाल
- श्री वेंकटेश उद्योग – श्री दामोदर प्रसाद अग्रवाल
- श्याम राइस एम्पोरियम – भावेश अग्रवाल