- शासन की सेवाओं को अंतिम छोर तक पहुँचाने का प्रयास
- संवेदनशील क्षेत्र में शिविर का लाभ लेने ग्रामीणों में दिखा उत्साह
- धनिकरका, सुरनार, बड़ेलखापाल और गाटम में लगा निदान शिविर
दंतेवाड़ा: जिले में निदान शिविर के माध्यम से जन-जन तक पहुंचकर प्रशासन सीधे आम नागरिकों से संवाद कर रही है ग्रामीण स्थल में लगाए गए शिविर में स्वयं प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि पहुँच बुनियादी सुविधाएं एवं हितग्राही मूलक योजनाओं की पहुँच का मुआयना कर रही है। जिले में कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार के मार्गदर्शन में निदान शिविर लगाया जा रहा है। आज कटेकल्याण विकासखण्ड अंतर्गत धनिकरका, सुरनार, बड़ेलखापाल और गाटम पहुंचे। जहां ग्रामीणों से रूबरू होते हुए दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। निदान शिविर में पहुंचे श्री छबिन्द्र कर्मा ने भी स्थानीय बोली में संवाद कर ग्रामीणों से बात की। उन्होंने पेंशन, जाति प्रमाण पत्र के सबंध में पूछा।
कलेक्टर ने भी पेंशन से लाभ लेने प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि पात्र हितग्राहियों को शत प्रतिशत लाभ दें। उन्होंने मनरेगा से भुगतान स्थिति की अद्यतन जानकारी ली। कलेक्टर ने लंबित मनरेगा का भुगतान करने संबंधीतों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के जो भी कार्य पूरे होते है उन्हें सूचित करें। इस दौरान ग्रामीणों ने अपनी मांगों को कलेक्टर के समक्ष रखा। ग्रामीणों द्वारा पेयजल की समस्या बताये जाने पर कलेक्टर ने त्वरित कार्य प्रारंभ करने के निर्देश देते हुए ग्रामीणों से आश्वस्त किया। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि आगामी दिवसों में जल जीवन मिशन के तहत आपके घरों तक पानी पहुंचेगा। कलेक्टर ने कहा कि जिन-जिन घरों में बिजली नही वहाँ घर-घर तक बिजली पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि पेयजल, बिजली जैसी समस्याओं का त्वरित निराकरण करें।
उन्होंने स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं, बच्चों के टीकाकरण के सबंध में पूछा, तब ग्रामीणों ने बताया कि मितानिनों द्वारा समय से टीकाकरण किया जा रहा है साथ ही मौसमी बीमारियों की दवाइयों का वितरण किया जाता है। उन्होंने गर्भवती माताओं के एएनसी जांच, एनीमिक महिलाओं के उपचार संबंधी जानकारी ली। उन्होंने मितानिनों की प्रोत्साहन राशि समय से भुगतान करने को कहा। आंगनबाड़ी में बच्चों, गर्भवती माताओं को दी जा रही पोषक भोजन, कुपोषित बच्चों, एनआरसी सेंटर में बच्चों के संबंध में पूछा। मौसमी बीमारियों को देखते हुए पशुओं को टीकाकरण, स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति के बारे में भी जानकारी ली।
सूरनार निदान शिविर में कलेक्टर ने धान खरीदी के सबंध में पूछा तब ग्रामीणों ने लंबी दूरी और परिवहन खर्च के बारे में बताया, इस पर कलेक्टर ने ग्रामीणों की सुविधानुसार समस्या का समाधान करने संबंधित विभाग को त्वरित कार्यवाही करने को कहा। शिविर में रोजगार सहायक को गंभीरता से कार्य करने निर्देशित किया गया। साथ ही जाति प्रमाण पत्र बनाने में तेजी लाने के निर्देश दिए। जिले के समस्त विकास खंडों के विभिन्न ग्राम पंचायतों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है जहां एक ही छत के नीचे शासन की समस्त सेवाओं का लाभ गांव के अंतिम छोर तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।
जिले में अब तक गढ़मिरी, बड़े कमेली, मोलसनार, नेरली, पाढ़ापुर, दुगेली में शिविर लग चुके हैं और आज धनिकरका और सुरनार, बड़ेलखापाल, गाटम में प्राप्त 221 आवेदनों में से 191 आवेदनों का निराकरण किया गया। जिले के संवेदनशील क्षेत्र में ग्रामीणों ने शिविर का लाभ लेने के लिए उत्साह दिखाया, कोई भी समस्या हो बेजिझक अपनी बात रखी जिनमे ग्रामीण स्तर पर आ रही दिक्कतों का स्थल पर ही समाधान करते हुए उन्हें सुविधा पहुँचाया गया अब शासन की सेवाएं शिविरों के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंच रही हैं।
शिविर में कलेक्टर ने ग्रामीणों द्वारा सड़क, पुलिया, अन्य मांगों को ध्यानपूर्वक सुन कर समस्याओं के निराकरण के लिए आश्वासन दिया। आज शिविर स्थल में जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से ग्रामीणजनो को ब्लैंकेट, छाता, स्लीपर का वितरण किया गया। शिविर में जिला पंचायत सीईओ श्री ललितादित्य नीलम, एसडीएम श्री कुमार बिश्वरंजन, जनपद सीईओ श्री गौतम गहीर, डिप्टी कलेक्टर श्री विवेक चन्द्रा, तहसीलदार सहित संबंधित अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद रहे।