सरगुजा: जिले में ऑडिट के नाम पर इंजीनियर से रिश्वत मांगने का ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लुंड्रा जनपद पंचायत के बाबू का ऑडियो रिश्वत मांगते हुए रिकॉर्ड हुआ है। रिकॉर्डेड ऑडियो में बाबू साफ कहते हुए सुना जा सकता है कि मैं जबसे यहां पदस्थ हूं, तब से सभी ऑडिट के लिए पैसे ले रहे हैं, अपने अफसर से पूछ लेना।
इंजीनियर ने मोबाइल पर पूरी बातचीत रिकॉर्ड कर ली है। वायरल ऑडियो के अनुसार, सतीश सिंह लुंड्रा जनपद कार्यालय में सहायक ग्रेड-2 के पद पर पदस्थ है। इसने जनपद क्षेत्र में ही पदस्थ सब इंजीनियर रावेंद्र यादव से फाइल ऑडिट के बदले रुपयों की डिमांड की।
जब इंजीनियर ने उन्हें फोन कर कहा कि हम लोग का काम पैसा देना नहीं है। इस पर सहायक ग्रेड-2 सतीश सिंह ने कहा कि आप मुझे स्पष्टीकरण मत दीजिए। मैं जब से यहां बैठा हूं, तब से यही चल रहा है। आप अपने वरिष्ठ या रिटायर हो चुके इंजीनियर से पूछिए कि हर जनपद का इंजीनियर ऑडिट का पैसा देता है या नहीं। मुझे समझाने की जरूरत नहीं है।
रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल हो रहा है। (सांकेतिक फोटो)
जब इंजीनियर ने कहा कि एसी ऑफिस के मानस सर से मेरी बात हुई है। इस पर बाबू (सहायक ग्रेड-2) ने कहा कि आप जनपद में हैं, तो जनपद वाले से पूछिए न। एसी में क्यों पूछ रहे हैं। बाबू का कहना है कि जब सभी पैसे दे रहे हैं, तो आप नहीं दे सकते क्या? ऑडियो में बाबू यह भी कह रहा है कि मैंने अपने 2 बेटे और एक बेटी को इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराई है, तो मुझे पता है कि इंजीनियरिंग क्या होती है।
आप बस 5 हजार 600 रुपए दीजिए
बातचीत के दौरान सतीश सिंह ने इंजीनियर रावेंद्र यादव से कहा कि 15 हजार दुबे जी दिए, 10 हजार वीके यादव दिए। आप मुझे 5-10 हजार नहीं दे सकते क्या? यदि फाइल अपर कलेक्टर के पास चली जाए या कमिश्नर के पास चली जाए, तो 50 हजार रुपए देना पड़ जाएगा। आपसे मुझे मात्र 5 हजार 600 रुपए चाहिए, यह हिसाब में है।
चंदा देने में परेशानी है क्या, भीख नहीं मांग रहा
बाबू ने कहा कि आपको चंदा देने में परेशानी हो रही है क्या ? इंजीनियर ने कहा कि मुझे काफी परेशानी है। आप तो जान ही रहे हैं। इस पर बाबू ने कहा कि मैंने चंदा मांगा है, भीख थोड़ी मांग रहा हूं। आप तो जान रहे हो कि मैं किस टाइप का आदमी हूं। मैं जितना प्रेम करता हूं, उतना ही दुराव भी रखता हूं।
एसडीओ कोई तोपचंद का पद नहीं
जब सब इंजीनियर रावेंद्र यादव ने कहा कि न मामा, आप हमें सिखाएंगे कि इंजीनियर कैसे काम करेगा। टेक्निकल का काम इंजीनियर का है। हमारी फाइल एसडीओ के पास जाती है, आपको डायरेक्ट तो नहीं देते। हमारे काम का सत्यापन एसडीओ करते हैं। इस पर बाबू ने कहा कि हमें ही हस्ताक्षर करना होता है। जहां-जहां गलती किए हो, वहां का फोटो खींचकर रखा हूं। जनपद का एसडीओ कोई बड़ा तोपचंद का पद नहीं है।
मेरा बेटा अमेरिका में है सॉफ्टवेयर इंजीनियर
ऑडियो में बाबू ने कहा कि मेरा बेटा अभी अमेरिका में है। वह भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, तो आप मुझे मत सिखाइए। मेरे 2 बेटे और एक बेटी ने इंजीनियरिंग की है। जब सब इंजीनियर ने कहा कि आप हमें बताएंगे कि हमारा काम क्या है, आपसे सीखेंगे क्या? इस पर बोला कि हां मैं सिखा दूंगा। मैं ऐसा-वैसा कोई केरकेट्टा बाबू नहीं हूं, फिर धमकी भरे लहजे में कहा कि अच्छे से सिखा दूंगा।
इधर जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर का कहना है कि शिकायत आई है। मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।