छत्तीसगढ़: बलौदाबाजार जिले में आबकारी विभाग की टीम ने घर में घुसकर मारपीट की है। टीम ने पिता-पुत्र को जमकर मारा है। आबकारी विभाग की टीम ने यहां शराब होने की सूचना पर रेड मारने गई थी। मगर यहां उन्हें शराब नहीं मिली। जिसके बाद टीम ने पिता-पुत्र को जमकर पीटा है। इतना ही नहीं इन्होंने झूठे केस में फंसाने की धमकी तक दे डाली। अब पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आबाकरी विभाग के 20 से 22 कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामला पलारी थाना क्षेत्र का है।
कानाकोट निवासी नंद कुमार डहरिया इन दिनों गांव में ही रहकर खेती किसानी करता हैं। बताया गया है कि आबकारी विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि नंद कुमार घर से ही शराब बेच रहा है। क्योंकि कुछ साल पहले भी नंद कुमार रसोटा गांव में शराब बेचा करता था।
इसी सूचना के आधार पर आबकारी विभाग की टीम गुरुवार रात को नंद कुमार के घर पहुंची थी। टीम ने पूरे घर की तलाशी ली। लेकिन घर के अंदर से कुछ नहीं मिला। नंद कुमार का ये कहना है कि बस इसी बात को लेकर आबकारी टीम के कर्मचारी नाराज हो गए। उन्होंने हमसे जबरदस्ती पूछना शुरू कर दिया है कि कहां शराब छिपा रखी है बताओ। इस पर हमने मना किया, पर वो नहीं माने।
बताया गया कि जब काफी देर तक घर में कुछ नहीं मिला तो उन्होंने पहले नंद कुमार को पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद उसके बेटे चुन्नीलाल को मारने लग गए। घटना के वक्त नंद कुमार की पत्नी घर पर नहीं थी। वो कुछ दिन पहले से मायके गई हुई थी। मारपीट को लेकर नंद कुमार ने काफी विरोध किया और किसी तरह से वहां से भाग निकला।
उधर, आबकारी विभाग की टीम उसके बेटे चुन्नीलाल को ये कहते हुए अपने साथ ले गई कि तुझे शराब के झूठे मामले में फंसा देंगे। वहीं अगले दिन नंद कुमार ने भी जब इस मामले में शिकायत थाने में की, तब आबाकरी विभाग की टीम ने उसके बेटे को छोड़ दिया और उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। फिलहाल नंद कुमार की शिकायत पर पलारी पुलिस ने 20 से 22 अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।