SAKTI: सक्ती जिले के मालखरौदा थाना क्षेत्र के सर्करा गांव में करीब 6 लाख की चोरी के 6 आरोपियों को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। 4 जनवरी को चोरी की घटना का पता चला था। घर के मेन गेट और चारों कमरों का ताला तोड़कर सोने-चांदी के गहने और नगद समेत 5 लाख 89 हजार रुपए की चोरी हुई थी। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की, तो 4 लोग संदिग्ध दिखाई दिए। उन्हें हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 3-4 जनवरी 2023 की दरम्यानी रात को सूने मकान का ताला तोड़कर उन्होंने गहने और कैश पर हाथ साफ कर दिया। गहनों को बेचने के लिए आरोपी गौरीशंकर गवेल (42 वर्ष) निवासी दर्राभाटा को दिया गया था। उसने राजेंद्र कुमार सोनी (55 वर्ष) जो कोरबा जिले के कुसमुंडा थाना क्षेत्र का रहने वाला है, उसे चोरी के जेवर बेचे। आरोपी राजेंद्र कुमार सोनी की आनंद नगर में आरके ज्वेलर्स के नाम से सोने-चांदी के गहनों की दुकान है। वो वार्ड क्रमांक 57 भैरव ताल आनंद नगर का रहने वाला है।
चोरी का माल बरामद।
पुलिस ने गौरीशंकर गवेल के बयान पर आरोपी राजेंद्र कुमार सोनी को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही आरोपी गौरीशंकर के 4 और साथी भूपेश साहू (21 साल) और प्रेम लाल साहू (28 साल), बंटी साहू (21 साल) और राहुल साहू (28 साल) को गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपी सर्करा गांव के ही रहने वाले हैं। आरोपियों की निशानदेही पर चोरी के गहने और नगद बरामद कर लिए गए हैं। जिसमें 1 कटवा माला, 2 करजफूली, 2 झाला, 2 जोड़ी टॉप्स वजन करीब पौने 10 तोला, टूटे-फूटे सोने के जेवर, 7 नाक की फूली, लॉकेट 8, चेन 1, गेहूं दाना, लॉकेट, फूली, मटर दाना, नथनी सोने की, अंगूठी वजन करीब पौने 3 तोला कुल कीमत 5 लाख 50 हजार रुपए बरामद हुए। इसके साथ ही चांदी की पायल 3 जोड़ी, बिछिया 5 जोड़ी कुल कीमत 15 हजार रुपए बरामद हुआ।
पुलिस ने दी जानकारी।
शिकायतकर्ता जगमोहन चंद्रा ने बताया कि 20 दिसंबर 2022 को पिता रूपेंद्र शरण चंद्राकर की तबियत खराब होने के कारण वे राजधानी रायपुर आए हुए थे। उनके पिता का इलाज रायपुर के श्रीनारायणा और MMI अस्पताल में चल रहा था। घर की देखभाल छोटा भाई तरुण चंद्रधर कर रहा था। 25 दिसंबर को छोटा भाई भी घर में ताला लगाकर रायपुर आ गया। घर खाली था, तभी 4 जनवरी 2022 को चाचा के बेटे ने फोन से बताया कि घर के पीछे का दरवाजा खुला हुआ है। जब वो वहां गया, तो ताला टूटा हुआ था। अंदर भी सभी कमरे के ताले टूटे हुए थे और पूरा सामान बिखरा पड़ा था। अलमारी भी खुली हुई थी। तब जाकर जगमोहन चंद्रा सक्ती पहुंचे और पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस साइबर सेल की मदद से मामले की जांच में जुटी थी। संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।