बलरामपुर-रामानुजगंज: जिले के शंकरगढ़ वन परिक्षेत्र के ग्राम लडुवा में शनिवार सुबह दल से बिछड़े दंतैल हाथी ने किसान को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। किसान अपने तीन साथियों के साथ जंगल किनारे बने खलिहान में काटकर रखे गए धान की रखवाली करने गया था।
हाथी को देखकर किसान ने भागने की कोशिश की, लेकिन वो ज्यादा दूर तक नहीं भाग सका। हाथी ने उसे दौड़ाकर सूंड से पकड़ लिया और कुचल दिया। उसके तीन अन्य साथी भागने में कामयाब रहे। जानकारी के मुताबिक, ग्राम लडुवा निवासी रामधनी तिर्की (50) बीती रात गांव के 3 साथियों के साथ जंगल से सटकर बनाए गए खलिहान में काटकर रखे गए धान की रखवाली करने गया था।
चारों ग्रामीणों ने ठंड से बचने के लिए आग भी जलाई थी। तड़के करीब 4 बजे दल से अलग होकर भटक रहा दंतैल हाथी जंगल से निकलकर खलिहान के पास पहुंच गया। जब तक ग्रामीण हाथी को देख पाए, वह उनके पास पहुंच गया था। तीन ग्रामीणों ने भागकर बचाई जान हाथी को देखकर शोर मचाये हुए ग्रामीण भागने लगे तो दंतैल हाथी ने रामधनी तिर्की को सूंड़ से पकड़ लिया और कुचल कर मार डाला। रामधनी के साथ गए ग्रामीण भागकर गांव पहुंचे और घटना की सूचना दी। सुबह वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और शव का पीएम करा परिजनों को सौंप दिया गया। वन विभाग को विचरण की जानकारी नहीं दल से बिछड़ कर अकेले विचरण कर रहे दंतैल हाथी की निगरानी वन विभाग भी नहीं कर पा रहा है। लड़ुवा के लोगों ने बताया कि वन अमले ने हाथी की मौजूदगी की कोई जानकारी नहीं दी थी। कल शाम यह हाथी राजपुर के माकड़ में देखा गया था। वहां से हाथी लडुवा पहुंच गया। शंकरगढ़ रेंजर अखिलेश जायसवाल ने बताया कि मृतकों के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि दे दी गई है। हाथी की मौजूदगी को देखते हुए लोगों को सतर्क किया जा रहा है।