राजनांदगांव: जिले में गुरुवार को अनोखी शादी का आयोजन किया गया, जिसमें दूल्हे के साथ-साथ समारोह में आए अतिथियों और परिवार वालों ने भी रक्तदान किया। लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से शादी समारोह में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। शहर के सिंधु भवन लालबाग में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें दूल्हे नागेश यदु ने भी 47वीं बार अपना ब्लड डोनेट किया।
दूल्हे नागेश यदु और दुल्हन दुर्भाषणी यदु ने लोगों से रक्तदान की अपील की। वहीं शादी में आए मेहमानों ने भी बढ़-चढ़कर रक्तदान किया। इस अनूठी शादी की चर्चा पूरे शहर में हो रही है। शादी कार्ड के निमंत्रण में भी नागेश यदु ने लोगों से रक्तदान करने की अपील की थी। उन्होंने लिखा था कि वे शादी में गिफ्ट न लाएं, बल्कि उसके बदले ब्लड डोनेट करें। नागेश यदु अब तक विभिन्न मौकों पर 70 बार रक्तदान शिविर का आयोजन कर चुके हैं।
शादी समारोह में रक्तदान करता युवक।
इस अपील का लोगों पर भी असर हुआ और शादी समारोह में पहुंचे लोगों ने नवदंपती को आशीर्वाद देने के बाद रक्तदान किया। जिसमें युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा रही। रक्तदान शिविर और प्रदेश स्तरीय ब्लड बैंक सम्मान समारोह व युवा प्रतिभा सम्मान का आयोजन भी शादी समारोह में किया गया। छात्र युवा मंच के संयोजक नागेश यदु और दुर्भाषणी यदु गुरुवार को परिणय सूत्र में बंधे।
रक्तदान करने वाले लोगों को किया गया सम्मानित।
गुरुवार 2 फरवरी को सिंधु भवन में आशीर्वाद समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें शामिल होने आए मेहमानों ने पहले रक्तदान किया और वर-वधु को शुभकामनाएं दीं। इस अनोखे विवाह कार्यक्रम में दूल्हे नागेश यदु ने 47वीं बार रक्तदान कर लोगों को इस महादान के लिए जागरूक किया। शादी समारोह में 41 लोगों ने ब्लड डोनेट किया। वहीं रक्तदान करने वाले युवा और मेहमानों को मंच पर ही प्रमाण पत्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
दूल्हे ने भी किया रक्तदान।
छात्र युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रभान जंघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ के 10 ब्लड बैंकों के सम्मान के साथ ही 54 स्कूलों में एग्जाम लिया गया था। साइबर और यातायात जागरूकता को लेकर बच्चों का सम्मान किया गया। वहीं पहली बार ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन शादी समारोह में नागेश यदु ने किया है, जो सराहनीय है। छात्र युवा मंच संगठन लगातार रक्तदान महादान के उद्देश्य को लेकर शिविर का आयोजन करता आ रहा है।
छात्र युवा मंच ने किया था आयोजन।
रायपुर में तुम मुझे खून दो अभियान
रायपुर मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को रक्तदान से संबंधित वैज्ञानिक जानकारियां देने, संदेहों को दूर करने और उन्हें रक्तदान के लिए प्रेरित करने के लिए ‘तुम मुझे खून दो अभियान’ शुरू किया है। इसके तहत 2 फरवरी को आयोजित विशेष रक्तदान शिविर में 51 विद्यार्थियों ने अपनी जिंदगी का पहला रक्तदान किया। पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय प्रांगण में रक्तदान मोबाइल वाहन में यह विशेष रक्तदान शिविर केवल फर्स्ट ईयर एम.बी.बी.एस. के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया था। 19 से 22 वर्ष के 51 विद्यार्थियों ने पहली बार रक्तदान करने का अनुभव लिया।
51 मेडिकल छात्रों ने किया ब्लड डोनेट।
51 मेडिकल छात्र बने प्रथम रक्तदाता
डॉ अरविन्द नेरल ने उन्हें ‘प्रथम रक्तदाता’ बनने पर बधाई दी और उनसे नियमित रक्तदाता बनने की अपील की। चिकित्सा महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. तृप्ति नागरिया ने इन विद्यार्थियों को रक्तदान के प्रमाणपत्र वितरित किए और इस तुम मुझे खून दो अभियान की सराहना की। पैथोलॉजी विभाग द्वारा संचालित इस अभियान के अगले चरण में डेंटल, नर्सिंग और फिजियोथेरेपी महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को भी शामिल किया जाएगा।
बालोद के मोहंदीपाट में निःशुल्क रक्तदान शिविर 3 फरवरी को
वहीं बालोद जिले के ग्राम मोहंदीपाट में निःशुल्क रक्तदान शिविर का आयोजन आज 3 फरवरी को होगा। समय साढ़े 9 बजे से 4 बजे तक है। रक्तदान जीवनदान के इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुंडरदेही विधायक और संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद हैं।
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए पिता ने लगाया था रक्तदान शिविर
दुर्ग में 25 जनवरी को एक पिता ने अपनी बेटी परी के जन्मदिन को यादगार बनाने और सामाजिक सरोकार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ब्लड डोनेशन कैंप लगवाया। वे हर साल इस कैंप का आयोजन करते हैं। सिकलिंग, थैलेसीमिया पीड़ित मरीजों-बच्चों को ब्लड की नियमित जरूरत होती है। उन्हें खून की कमी न हो, इसी उद्देश्य से तृपेश शर्मा की इकलौती बेटी तनीषी शर्मा ”परी” के 11वें जन्मदिवस 25 जनवरी को दुर्ग जिला ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर लगाया गया।