रायपुर: छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने कल (22 अप्रैल) से ही ग्रीष्म कालीन अवकाश घोषित कर दिया है। प्रदेश के सभी सरकारी-प्राइवेट स्कूल (CG बोर्ड) 22 अप्रैल से 15 जून तक बंद रहेंगे। पहले यह छुट्टियां 1 मई से लगने वाली थी, लेकिन गर्मी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। शिक्षकों के लिए यह आदेश लागू नहीं होगा।
दरअसल, छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने रायपुर कलेक्टर को पत्र लिखा था। मांग की गई थी कि रायपुर जिले में पारा 42 डिग्री पार कर रहा है। ऐसे में जल्द से जल्द स्कूलों में छुट्टियां की जाएं। जबकि प्रदेश भर के स्कूल संचालकों को निर्देश जारी किया गया था कि वे सुबह 7 बजे से कक्षाएं लगाएं।
छुट्टी का आदेश जारी।
30 अप्रैल तक का शेड्यूल, लेकिन जल्द छुट्टी की मांग
निजी स्कूलों में 1 अप्रैल से नया शिक्षण सत्र शुरू हो गया है। वहीं, सरकारी स्कूलों में परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद कक्षाओं में बच्चों की मौजूदगी कम है। निजी और सरकारी स्कूलों ने 30 अप्रैल तक का शेड्यूल जारी किया है, लेकिन बढ़ती गर्मीं को देखते हुए जल्द से जल्द छुट्टी देने की मांग की जा रही थी।
रायपुर कलेक्टर को पत्र लिखकर गर्मी की छुट्टियां देने की मांग की गई है।
कई स्कूल 7 बजे की जगह 9 बजे से लग रहे
शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुसार, ज्यादातर स्कूल तो सुबह 7 बजे से लग रहे हैं, लेकिन कुछ स्कूल अब भी पहले की तरह 8 या 9 बजे से खुल रहे हैं। इन दिनों तापमान 42 डिग्री चल रहा है। स्कूलों में खिड़कियां खुली होने के साथ पंखे से गर्म हवाओं के कारण कक्षा में बच्चे परेशान हो रहे हैं, तो कई बीमार भी पड़ रहे हैं।
हीट वेव या लू क्या होती है?
गर्मी में तेज गर्म हवा चलने को लू कहते हैं। अप्रैल से लेकर जून के महीने में यह ज्यादा होती है। क्योंकि इन तीन महीनों में ही पारा बहुत ज्यादा होता है और बहुत गर्म, सूखी हवाएं चलती हैं। लू तब लगती है, जब टेंपरेचर बहुत ज्यादा हो। उसी दौरान चेहरा और सिर डायरेक्ट हवा और धूप के संपर्क में रहता है, तो लू लग जाती है।
लू लग जाए तो सबसे पहले ये काम करें…
- जिसे लू लगी है उसे ठंडी और छायादार जगह पर ले जाएं।
- गीले कपड़े से शरीर को हल्के हाथों से पोंछे।
- अंडर आर्म्स और पीठ पर बर्फ घिसें।
- थोड़ी देर के लिए गीला तौलिया सिर पर रखें। जिससे दिमाग शांत हो सके।
- सांस नॉर्मल करने की कोशिश करें और ताजा पानी पिलाएं।
- ORS, नमक-चीनी का घोल या नींबू पानी भी दे सकते हैं।
- उल्टी-दस्त और चक्कर आने पर एबुलेंस को फोन करें।
- पास के हेल्थ सेंटर पर ले जाएं।
(Bureau Chief, Korba)