बीजापुर: जिले के एक गांव में नक्सलियों ने तिरंगा पैटर्न में पेंट हुए शासकीय भवनों की दीवारों पर लोकतंत्र विरोधी नारे लिखे हैं। काले रंग से चुनाव का बहिष्कार करने और कांग्रेस-भाजपा के नेताओं को मार भगाने की बात लिखी है।
इसके अलावा पर्चे में DRG के 10 जवानों का नाम लिखकर उन पर ग्रामीणों की पिटाई का आरोप लगाया है। उन्हें जल्द सजा देने की बाद लिखी हुई है।
बड़ी बात ये है कि, विधानसभा-लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद भी शासकीय भवनों से नक्सलियों के लिखे ये नारे अब तक नहीं मिटाए गए हैं। दैनिक भास्कर की टीम जब गांव पहुंची तो यहां जहां भी नजर पड़ रही थी, वहां नक्सलियों के नारे लिखे मिल रहे थे।
नक्सलियों ने भवनों के सामने स्थित पेड़ों पर पर्चा चस्पा कर मजदूरों को सड़क और पुल-पुलिया का काम न करने हिदायत दी है।
पुल निर्माण में लगे मजदूरों को भी दी धमकी
इसके अलावा नक्सलियों ने भवनों के सामने स्थित पेड़ों पर पर्चा चस्पा कर मजदूरों को भी धमकी दी है। मजदूरों को सड़क और पुल-पुलिया निर्माण में काम न करने हिदायत दी गई है। साथ ही DRG के जवानों को मार भगाने और पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया है।
जिस इलाके में नक्सलियों ने पर्चे के जरिए मजदूरों को धमकी दी है, वहां से कुछ ही किमी दूर इंद्रावती नदी पर फुंडरी और बेदरे में 2 बड़े पुल भी बन रहे हैं। इसी पुल का नक्सली विरोध कर रहे हैं। यहां काम करने वाले मजदूरों को ही काम न करने की हिदायत दी है।
विधानसभा-लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद भी शासकीय भवनों से नक्सलियों के लिखे ये नारे अब तक नहीं मिटाए गए हैं।
हाल ही में चस्पा किए गए पर्चे
दरअसल, भैरमगढ़ ब्लॉक के उसपरी और बैल गांव में नक्सलियों ने नारे लिखे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि, जिस भवन पर नारे लिखे हैं वह आंगनबाड़ी और शासकीय राशन दुकान है। हालांकि, हमें राशन दुकान और आंगनबाड़ी लिखा कोई बोर्ड नहीं मिला। नारे पुराने हैं, लेकिन मजदूरों और जवानों के लिए धमकी भरे पर्चे हाल ही में चस्पा किए गए हैं।
नारे पुराने हैं, लेकिन मजदूरों और जवानों के लिए धमकी भरे पर्चे हाल ही में चस्पा किए गए हैं।
पर्चे पर 10 DRG जवानों का नाम
नक्सलियों की इंद्रावती एरिया कमेटी ने पर्चा चस्पा किया है। जिसमें लिखा है कि उसपरी समेत अन्य गांवों के बाजारों में ग्रामीण पहुंचे थे। मजदूर दिवस के दिन DRG के जवानों ने निर्दोष आदिवासियों की पिटाई की। नक्सलियों ने पर्चे में 10 नाम भी लिखे हैं।
इनमें मोटू ओयाम, राजू ओयाम, अर्जुन ओयाम , मोटू हपका, फागु मुचाकी, वेंजाम शिवनाथ, शिवराम डोडी, लालू, पदम मोहन, कर्मा चमराल के नाम हैं। दावा किया गया है कि ये उन्हीं जवानों के नाम हैं, जिन्होंने ग्रामीणों को मारा है। नक्सलियों ने इन्हें सजा देने की धमकी दी है।
नक्सलियों ने तिरंगा पैटर्न में पेंट हुए शासकीय भवनों की दीवारों पर लोकतंत्र विरोधी नारे लिखे हैं।
कलेक्टर बोले- नारे गांव वाले भी मिटा सकते हैं
शासकीय भवनों पर लिखे नक्सली नारों को लेकर बीजापुर कलेक्टर अनुराग पांडेय ने कहा कि, ये नारे ग्रामीण भी मिटा सकेत हैं। वे क्यों नहीं मिटा रहे? इससे पहले एक गांव में मैं विजिट करने गया था, वहां नक्सलियों के लिखे नारे मैंने खुद मिटाए थे। कलेक्टर ने कहा कि, इंद्रावती नदी पर लोग पुल बनने का विरोध करते हैं। दबाव नक्सलियों का रहता है।
(Bureau Chief, Korba)