गरियाबंद: फिंगेश्वर शहर में वार्ड 14 के एक मकान में पुजारी की लाश मिली है। उसकी लाश लोहे के एक पाइप पर लटकी मिली। उसके दोनों हाथ भी इसी पाइप पर कसकर बंधे थे। ऐसे में इसे हत्या से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। ऐसे में हत्या के साथ-साथ पुलिस की जांच पर भी चर्चाओं का बाजार गरम है।
मिली जानकारी के अनुसार, बासीन में रहने वाला विकास तिवारी (19) पिछले कुछ समय से फिंगेश्वर में रह रहा था। यहां वह चैतड़ा मोड़ स्थित शनि मंदिर में पुजारी था। पास ही वार्ड नंबर 14 में किराए के मकान में रहता था। गुरुवार को काफभ् समय तक नजर नहीं आने पर पहचान के लोग उसके घर गए। यहां उन्होंने विकास को फांसी पर लटके पाया। आसपास ये बात तेजी से फैली। इसी बीच कुछ लोगों ने थाने को फोन पर सूचना दी।
इसकेे बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम केे बाद शुक्रवार को शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों के हवाले कर दिया गया है। इधर, पुलिस ने भी शुक्रवार शाम तक इस पूरे केस को सुसाइड बता दिया है। ऐसे में लोग पुलिस की जांच पर ही सवाल उठा रहे हैं।
3 अहम बातें… जिस वजह से खुदकुशी के दावों पर सवाल
- युवक ने पहले अपने दोनों हाथ कसकर कैसे बांधे! यही पहला और अहम सवाल है।
- जिस रस्सी से दोनों हाथ बांधे, उसी को गले में फंसाकर कोई कैसे लटक सकता है?
- फांसी लगाने वालों की आंखें या जीभ बाहर आ जाती है, यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ।
(Bureau Chief, Korba)