बृजमोहन अग्रवाल ने कैबिनेट बैठक के दौरान मुख्यमंत्री साय को अपना इस्तीफा सौंपा।
RAIPUR: छत्तीसगढ़ के रायपुर से सांसद चुने गए बृजमोहन अग्रवाल ने साय कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। वह प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री थे। बुधवार को साय कैबिनेट की बैठक में बृजमोहन शामिल होने के लिए पहुंचे थे। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को अपना इस्तीफा सौंपा।
बृजमोहन अग्रवाल अब तक संसदीय कार्य मंत्री थे। उनके इस्तीफे के बाद चर्चा है कि मंत्री राम विचार नेताम को जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं बृजमोहन अग्रवाल के मंत्री पद से इस्तीफे पर कांग्रेस ने तंज किया है।
दो दिन पहले ही (17 जून को) विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। उन्होंने इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को सौंपा था। तब मीडिया से बृजमोहन ने कहा था कि केंद्रीय नेतृत्व में सांसद का चुनाव लड़वाया है, तो सोच समझकर लड़ाया होगा। मुख्यमंत्री के अधिकारों में है कि वे 6 महीने तक मंत्री रख सकते हैं।
इस्तीफा से 24 घंटे पहले की बैठकें
इस्तीफा देने से 24 घंटे पहले ही बृजमोहन अग्रवाल ने अपने विभाग की समीक्षा की थी। उन्होंने प्रदेश के स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम बनाने और वित्त मंत्री से स्वीकृति के बाद 33 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की बात कही थी।
छह महीने तक मंत्री बने रहने की थी चर्चा
बृजमोहन अग्रवाल के इस बयान के बाद ये चर्चा थी कि वो लगभग 6 महीने तक मंत्री बने रहेंगे। वो प्रदेश में 8 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। 4 बार के मंत्री थे, मंत्री मंडल में सबसे ज्यादा अनुभवी नेताओं के रूप में बृजमोहन की गिनती होगी है।
रायपुर दक्षिण सीट खाली
इस्तीफा देने के बाद रायपुर दक्षिण सीट खाली हो गई है। चर्चा है कि प्रदेश में साल के अंत में नगरीय निकाय के साथ-साथ विधानसभा उप चुनाव भी हो सकते हैं। ऐसे में अभी से ही बड़ी संख्या में बीजेपी-कांग्रेस के नेता अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ बनने के बाद से ही रायपुर दक्षिण में बृजमोहन अग्रवाल का एकछत्र राज रहा है। उनके रहते यहां से किसी और को कभी भाजपा से टिकट मिला ही नहीं। पहली बार उनके सांसद बनने के कारण अब दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं।
जगहंसाई के बाद बृजमोहन ने दिया इस्तीफा- कांग्रेस
बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख आनंद शुक्ला ने कहा कि, अगर नैतिकता होती तो विधायक पद के साथ मंत्री पद से इस्तीफा देते। उन्हें मंत्री पद का लालच था। कांग्रेस ने लगातार सवाल उठाया, मुख्यमंत्री और राज्यपाल से लगातार कांग्रेस ने इस्तीफे की मांग की। बृजमोहन अग्रवाल ने जगहंसाई करवाने के बाद इस्तीफा दिया।
(Bureau Chief, Korba)