गरियाबंद: जिले में पैरी और महानदी के 8 अवैध घाट में 14 चैन माउंटेन 24 घंटे से खुदाई कर रही है। जिसके बाद 500 से ज्यादा ट्रिप रेत का अवैध खनन और परिवहन धड़ल्ले से हो रहा है। माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि कवरेज के लिए गए एक यूट्यूबर की पिटाई भी कर दी। जिसकी शिकायत राजिम थाने में हुई है।
इस इलाके में हथखोज का एक खदान माइनिंग से अधिकृत है, लेकिन यहां पैरी के सिंधोरी, महानदी के पिताईबंद, चौबेबांधा, परसदा जोशी में 9 से ज्यादा घाट बनाए गए हैं। जहां 14 चैन माउंटेन मशीन लगाई गई है। अंदरूनी इलाके के छोटी बस्तियों से निकलकर रेत से भरे हाईवा नेशनल हाइवे से रायपुर-भिलाई जैसे महानगरों तक बगैर किसी वैध दस्तावेज के जा रही है।
जब्ती की कार्रवाई दिखाकर खाना पूर्ति
इसके एवज में खदान संचालक 4500 से लेकर 7800 रुपए तक वसूल रहे हैं। रोजाना 400 से 500 ट्रिप हाईवा रेत निकाला जा रहा है। दबाव बना या दुर्घटना हुई तो कार्रवाई दिखाने 7-8 हाइवा की जब्ती माइनिंग विभाग दिखा कर खाना पूर्ति कर देते हैं। धमतरी जिले से भी ज्यादा रेत अब गरियाबंद से परिवहन होने लगा है।
रेत लोड करती जेसीबी।
बताया जा रहा है कि, राजस्व के कुछ अफसर ईमानदारी से कार्रवाई करने फील्ड पर उतरते हैं, लेकिन उन पर सिंडिकेट राजनीति पावर के बूते नकेल कस दिया जाता है। एक वायरल वीडियो में रेत घाट के सिंडिकेट के पीछे सत्ताधारी संगठन के जनप्रतिनिधियों का नाम तक गिनाया जा रहा है।
रेत परिवहन करते हाइवा।
कवरेज के लिए गए तो हुई पिटाई
सिंडिकेट अपनी करतूत ढकने के लिए गुर्गे भी फैला रखे हैं। घाट के आने-जाने वाले रास्तों में कई नकाबपोश दिखेंगे। 1 मई को सिंधोरी घाट में हो रहे अवैध उत्खनन का वीडियो बनाने पहुंचे राजिम के यूट्यूबर नागेंद्र निषाद की पिटाई कर दी गई। जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।
कॉल पर मिल रही धमकियां
पीड़ित ने राजिम थाने में मामले की एफआईआर दर्ज कराई है। नागेंद्र ने बताया कि, आज उसके मोबाइल पर कॉल आया। जिसमें कॉलर ने अपने आप को एसपी ऑफिस से बोलना बताया। जिसमें कहा कि जिसके खिलाफ शिकायत हुए हो, वो लोग अब तुम पर एट्रोसिटी लगा रहे हैं। हालांकि बोलने के तरीके से नागेंद्र भी समझ गया है कि उसे डराया जा रहा है।
राजिम के यूट्यूबर नागेंद्र निषाद की पिटाई।
परसदा जोशी खदान से रेत चोरी का मामला सदन में गूंजा था
पूरे अवैध खनन में माइनिंग और एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। परशदा जोशी के पंचायत ने 30 जनवरी 2021 में महानदी को बचाने रेत खदान आवंटित नहीं करने का प्रस्ताव भी पारित किया था। लेकिन आज पंचायत प्रतिनिधियों के मौन स्वीकृति में परसदा जोशी इलाके में 4 घाट चल रहे है। सबसे ज्यादा मशीनें भी इसी पंचायत के घाटों में है।
बताया जाता है कि सभी घाट में प्रभावशाली राजनीति की एंट्री है। लिहाजा सबसे सुरक्षित इसी खदान को माना जाता है, जहां कार्रवाई करने के लिए अफसरों को सोचना पड़ता है। जानकारी के मुताबिक रोजाना इस घाट से 225 से 250 ट्रिप तक रेत की निकासी होती है।
पिछले वित्तीय वर्ष में महानदी के 9.80 हेक्टयर रकबे में हुए 80 हजार घन मीटर रेत चोरी का मामला विधायक धरमलाल कौशिक ने फरवरी में सदन में उठा चुके हैं। इसी खदान में माइनिग कर्मियों की पिटाई की गई थी।
(Bureau Chief, Korba)