छत्तीसगढ़: कोरबा में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी चोरी हुई पिकअप की तलाश में पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। उन्हें मध्य प्रदेश से पकड़ कर भी कर लाई, लेकिन पिकअप बरामद नहीं कर सकी। उसके हाथ सिर्फ पिकअप के पहिए ही लगे। पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि आरोपियों ने वेतन नहीं मिलने के कारण पिकअप को काटकर बेच दिया था। तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, टीपी नगर स्थित आदित्य कंस्ट्रक्शन कंपनी से करीब एक सप्ताह पहले एक पिकअप चोरी हो गई थी। कंपनी की ओर से जांच शुरू की गई। पता चला कि कंपनी का ड्राइवर दुर्गेश चौधरी किसी काम से पिकअप लेकर निकला था, फिर नहीं लौटा। कई दिनों से उसका कुछ पता भी नहीं चल रहा था। इस पर कंपनी ने थाने में पिकअप चोरी की FIR दर्ज करा दी।
पुलिस ने जांच शुरू की और दुर्गेश की तलाश भी। इस बीच पुलिस को पता चला कि दुर्गेश मध्य प्रदेश के अनूपपुर में छिपा हुआ है। इस पर पुलिस ने वहां दबिश दी और दुर्गेश सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस को पिकअप नहीं मिली। दुर्गेश ने पूछताछ में बताया कि उसने पिकअप चोरी करने के बाद अपने साथियों के साथ मिलकर पार्ट खोलकर बेच दिए।
आरोपियों ने पहिया का भी सौदा कर लिया था और उसे बेचने जा रहे थे, लेकिन तभी पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। आरोपी दुर्गेश ने पुलिस को बताया कि कंपनी ने करीब डेढ़ माह से उसकी पगार नहीं दी है। मांगने पर भी आनाकानी किया जा रहा था। इसलिए वेतन की रकम वसूलने के मकसद से उसने पिकअप चोरी की और उसे काटकर बेच दिया। वह सिर्फ अपनी मेहनत की कमाई चाहता था।