बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक युवक का शव मिला है। युवक की हत्या कर शव सड़क पर लाकर फेंका दिया गया है। धारदार हथियार से वारकर युवक को मारा गया। फिलहाल युवक के शव को पुलिस ने बरामद कर लिया है। यह नक्सली वारदात है या फिर आपसी रंजिश की वजह से हत्या की गई है, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। मामला जिले के मिरतुर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, मृतक का नाम महेश कड़ती है। जो इलाके के एक पाटलीगुढ़ा गायतापारा का रहने वाला था। बुधवार को युवक भैरमगढ़ इलाके में सड़क पर युवक की लाश मिली है। इलाके से गुजर रहे लोगों ने इस बात की खबर पुलिस को की। जिसके बाद मौके पर पहुंचे जवानों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया है। शरीर में कई जगह चोट के निशान भी है।
इधर, पुलिस अफसरों का कहना है कि मौके से किसी प्रकार के नक्सली पर्चे या बैनर बरामद नहीं हुआ है। आपसी रंजिश की वजह से हत्या हुई है या फिर इसके पीछे नक्सलियों का हाथ है फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है।
नक्सलियों ने अब तक इतनों को मारा
17 नवंबर 2020 को नक्सलियों ने सुकमा के जंगलों में जनअदालत लगाकर 2 युवकों की हत्या की थी।
21 अक्टूबर 2020 को नक्सलियों ने बीजापुर में एक आरक्षक को अगवा कर जनअदालत लगा उसकी हत्या की थी।
साल 2020 में ही नक्सलियों ने नारायणपुर के अबूझमाड़ में 2 युवकों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर गला रेत कर हत्या की थी।
साल 2020 में कांकेर जिले में नक्सलियों ने जनअदालत लगा कर एक पूर्व सरपंच की हत्या की थी।
साल 2020 में कांकेर जिले में एक दिव्यांग युवक की हत्या कर शव सड़क किनारे फेंका था। इस पर भी पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया गया था।
साल 2020 में सुकमा जिले में ही नक्सलियों ने एक ग्रामीण पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर जनअदालत लगा उसकी हत्या कर दी थी।
नवंबर 2021 में सुकमा जिले में जनअदालत लगाकर माओवादियों ने 2 युवकों की हत्या की थी। इनपर भी पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया था।
नवंबर 2021 में नक्सलियों ने कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा इलाके में जनअदालत लगाकर 1 ग्रामीण की हत्या की थी।
जनवरी 2022 में बीजापुर जिले में अपने ही एक साथी कमलू पुनेम को जनअदालत लगाकर मारा था।
जनवरी 2022 में ही बीजापुर जिले के जांगला थाना क्षेत्र में अपने ही 2 साथी भोंगी पोयाम और कोतरापाल निवासी बोटी कुहरामी पर पुलिस मुखबिरी का शक कर उन्हें भी जन अदालत लगा कर मौत की सजा दी।
10 फरवरी को माओवादियों ने दंतेवाड़ा जिले के टेटम में एक युवक की हत्या कर दी थी।
17 मार्च को माओवादियों ने बीजापुर जिले के मद्देड थाना क्षेत्र में एक पास्टर की हत्या की थी।
28 अप्रैल को दंतेवाड़ा के नीलावाया में एक दिव्यांग युवक की हत्या कर दी।
2 मई को दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण इलाके के एक कोटवार को मारा था।
27 अगस्त को कोंडागांव जिले में एक ग्रामीण की जान ले ली।
10 नवंबर 2022 को CG-तेलंगाना राज्य की सीमा पर एक युवक को मारकर फेंक दिया था।
6 जनवरी 2023 को CG-तेलंगाना बॉर्डर पर एक ग्रामीण की हत्या की।
फरवरी 2023 में नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर इन 3 जिलों में भाजपा के 3 नेताओं को मारा।
29 मई को सुकमा जिले के चिंतागुफा इलाके में एक युवक की हत्या की थी। इसपर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया था।