रायपुर: ब्रांडेड चीजों के शौकीन लोगों को कई दुकानदार बेवकूफ बना रहे हैं। रायपुर में ऐसे ही फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। आजाद चौक थाने की टीम ने एक दुकानदार को पकड़ा है। ये अपनी दुकान में नाइकी के असली जूते बताकर नकली जूते बेच रहा था। पुलिस को कारोबारी के पास से 1 लाख 75 हजार के नकली जूते भी मिले हैं।
मामला लाखेनगर इलाके में चलाई जा रही ब्रांड कॉटेज नाम की दुकान से जुड़ा है। यहां नवीन खत्री नामकर दुकानदार डिस्काउंट रेट पर नाइकी ब्रांड के जूते बेच रहा था। इस बात की खबर दिल्ली में नाइकी कंपनी के लिए काम करने वाले उमर अब्दुल्ला को लगी। उमर की एजेंसी ब्रांडेड प्रोडक्ट की डुप्लीकेसी पकड़ने का काम करती है। उमर ने रायपुर आकर दुकानदार के खिलाफ शिकायत की।
पुलिस की टीम ने गुरुवार को नवीन खत्री की दुकान पर छापा मारा। नवीन की दुकान में जांच करने पर नाईकी कंपनी के 70 जोडी जूते मिले। इसके पास असली ब्रांडिंग वाले बॉक्स भी थे इन चीजों को जब्त कर पुलिस ने नवीन को गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस नवीन से पूछताछ कर रही है। नकली सामान के रैकेट मुंबई और कोलकाता से भी जुड़ रहे हैं, नवीन वहीं से फर्जी प्रोडक्ट मंगवाकर उन्हें असली बताकर बेचा करता था।
नकली के नाम पर 50 लाख का असली कारोबार
शहर के व्यापारियों के मुताबिक कम कीमत की वजह से लोग इन प्रोडक्ट्स पर भरोसा कर खरीद लेते हैं और मुनाफे के चक्कर में दुकानदार इसे बेचते हैं। तीन महीने पहले रायपुर की पुलिस ने एसकेआर मोबाइल एसेसरीज की दुकान से रितेश कुमार अंदानी, विनय कृष्णानी, नितेश खत्री नाम के कारोबारियों को पकड़ा था इनके पास से एप्पल जैसे ब्रांड के नकली प्रोडक्ट मिले थे। रविभवन में तिरूपति नावेल्टी कैप हाउस के दुकानदार को नाइकी, पोलो जैसी मल्टी नेशनल ब्रांड के लोगाे वाले नकली सामान के साथ पकड़ा गया था। इन दोनों कार्रवाइयों में पुलिस को 3 लाख से ज्यादा के नकली प्रोडक्ट मिले थे।
ऐसे मामलों में पुलिस काॅपी राईट एक्ट के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई करती है। रायपुर समेत प्रदेशभर में में ब्रॉडेड कंपनी के नाम पर नकली सामान खपाने का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। अकेले रायपुर में हर महीने करीब 50 लाख रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण, कास्मेटिक, खाद्य सामग्री, कपड़े समेत अन्य सामान खपाया जा रहा है। दरअसल नामी कंपनियों के ट्रेडमार्क, स्टीकर का इस्तेमाल कर कारोबारी नकली सामान बेचने का गोरखधंधा रायपुर से लेकर पूरे प्रदेश में चला रहे हैं।