बालोद: शहर में दल से बिछड़ा हुआ एक दंतैल हाथी सोमवार रात पुलिस कंट्रोल रूम में घुस गया। तांदुला जलाशय की ओर से प्रवेश करते हुए हाथी जिला पुलिस कंट्रोल रूम और साइबर सेल के दफ्तर में भी घुस गया। इसके बाद कुछ पुलिस कर्मचारी जान बचाकर भागे, तो वहीं कुछ कार्यालय में छिपकर बैठे रहे।
पुलिस कंट्रोल रूम में हाथी के घुसने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में सभी कर्मचारी एक-दूसरे को शांत करते हुए हाथी के बाहर निकलने का इंतजार करते हुए नजर आए।
जुर्रीपारा में भ्रमण
पुलिस कंट्रोल रूम से निकलने के बाद दंतैल हाथी बालोद शहर के अंतिम छोर पर में चला गया और शहर की गलियों में घूमने लगा। कई लोगों ने हाथी की तस्वीरों और वीडियो को कैमरे में कैद कर लिया। लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। पुलिस और वन विभाग का अमला भी हाथी के निकलने का इंतजार करता रहा।
रातभर हाथी के कारण दहशत में रहे लोग।
10 से ज्यादा गांव में अलर्ट
दंतैल हाथी का वर्तमान लोकेशन गैंजी परिक्षेत्र लोहारा बताया जा रहा है, जिसे लेकर ग्राम बैहाकुआं, जाटादाह, शिवनी, पोपलाटोला सहगांव, गैंजी, भालूकोंहा, कामता ऊरेटा, गुरामी, भरदा, पिंगाल, मरईटोला, बोईरडीह को अलर्ट पर रखा गया है, वहीं वन विभाग की टीम भी लगातार पेट्रोलिंग कर रही है।
वन विभाग और पुलिस टीम हाथी के इलाके से निकलने का करते रहे इंतजार।
तेजी से जगह बदल रहा हाथी
बता दें कि यह दंतैल हाथी बीते 3 वर्षों से सक्रिय है और बार-बार अपनी जगह बदल रहा है। वन विभाग के कर्मचारी ने बताया कि बीती रात 9:00 बजे से लगभग 10:30 बजे तक हाथी घूमता रहा। ये सबसे पहले आमापारा के लोक निर्माण विभाग के क्वार्टर, पुलिस कंट्रोल रूम और साइबर सेल के दफ्तर में घुसा। इसके बाद मुख्य मार्ग से होते हुए वह लोहारा परिक्षेत्र में प्रवेश कर गया।
हाथी पुलिस कंट्रोल रूम में घुस गया था, बाद में लोहारा वन परिक्षेत्र की ओर चला गया।
साइबर सेल एवं पुलिस कंट्रोल रूम के कर्मचारियों ने बताया कि सबसे पहले साइबर सेल के सहायक उप निरीक्षक धरम भुआर्य ने हाथी को देखा। इसके बाद उसने दौड़कर अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी। समय रहते आधे कर्मचारी कार्यालय को छोड़कर निकालने में सफल हुए, वहीं 15 से 20 कर्मचारी साइबर सेल के अंदर ही फंसे रहे। इसके बाद दोनों तरफ के चैनल गेट को बंद करके एक कमरे में बिना आवाज किए पुलिस कर्मचारियों ने यह समय बिताया। साइबर सेल के बगल में कलेक्टर का बंगला भी है। कलेक्टर बंगले की सुरक्षा भी रात में बढ़ा दी गई थी।