छत्तीसगढ़: बिलासपुर में विद्युत वितरण कंपनी के साइबर ठगों से सावधान रहने की एडवाजरी जारी करने के बाद भी एक टीचर ऑनलाइन ठगी के शिकार हो गए। दरअसल, साइबर फ्रॉड ने उन्हें ऐप के जरिए बिजली जमा कराने का झांसा दिया और उन्हें ऐप डाउनलोड कराकर उनके खाते से साढ़े चार लाख रुपए पार कर दिया। टीचर की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
तोरवा क्षेत्र के हाउसिंग बोर्ड कालोनी देवरीखुर्द में रहने वाले राजीव आंबेकर टीचर हैं। वे कोरबा जिले के बोइदा स्थित मिडिल स्कूल में पदस्थ हैं। बीते रविवार की शाम पांच बजे उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से मैसेज आया। इसमें पिछले माह का बिजली बिल बकाया होने पर कनेक्शन काटने की जानकारी दी गई थी। मैसेज में उन्हें असुविधा से बचने के लिए मोबाइल नंबर पर संपर्क करने कहा गया था।
कॉल करने पर डाउनलोड कराया ऐप
मेसेज में दिए गए मोबाइल नंबर पर टीचर ने कॉल किया। इस दौरान टीचर को पहले फोन-पे ऐप से बिजली बिल जमा करने कहा गया। तब टीचर ने फोन-पे सुविधा नहीं होने की बात कही। इस पर उन्हें ऐप से बिल जमा करने कहा गया। टीचर ने इसकी भी जानकारी नहीं होने की बात कही। तब उन्हें आटोमेटिकली फारवर्ड एसएमएस टू योर पीसी ऐप डाउनलोड कराया गया।
ऐप डाउनलोड करते ही अकाउंट से पार हो गए साढ़े चार लाख रुपए
साइबर फ्रॉड ने शिक्षक से ऐप डाउनलोड कराने के बाद उनके बैंक एकाउंट की जानकारी ली। इसके बाद उनके मोबाइल पर आए OTP को मांग लिया। फिर कुछ ही देर में उनके बैंक खाते से दो बार में दो-दो लाख दो और तीसरी बार में 52 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिया। खाते से रकम पार होने पर टीचर को धोखाधड़ी का पता चला। फिर उन्होंने अपना बैंक अकाउंट बंद कराया और पुलिस से शिकायत की है। पुलिस ने उनकी रिपोर्ट पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
विद्युत वितरण कंपनी ने जारी किया है अलर्ट
इधर, बिजली बिल जमा कराने के नाम पर लगातार हो रही ऑनलाइन ठगी के मामलों को देखते हुए विद्युत वितरण कंपनी ने उपभोक्ताओं को अलर्ट जारी किया है। इसमें बिजली उपभोक्ताओं को अनअथराइज्ड मेसेज से सावधान रहने और विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारिक टोल फ्री नंबर पर कॉल कर 1912 जानकारी लेने कहा गया है। उपभोक्ताओं को इस तरह से बिजली कनेक्शन काटे जाने के मेसेज पर दिए गए मोबाइल नंबर में कॉल करने पर ऑनलाइन ठगी का शिकार होने की चेतावनी दी गई है।