कोरिया: जिले में एक महिला पटवारी के रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। रिश्वत मांगने का ऑडियो भी वायरल हुआ है। वायरल ऑडियो में एक महिला ये कहते हुए सुनाई पड़ रही है कि सब तो हम करते हैं, वकील क्या करता है, कम में तो नहीं हो पाएगा। दावा किया जा रहा है कि ये वायरल ऑडियो अमका क्षेत्र की हल्का पटवारी द्रौपदी सिंह का है। हालांकि वायरल ऑडियो की पुष्टि भास्कर नहीं करता है।
इस मामले की शिकायत अमका निवासी विकास साहू नाम के युवक ने कलेक्टर से भी की है। विकास ने ही पटवारी पर यह आरोप लगाए हैं। उसने बताया कि उसने जमीन का सीमांकन करवाया था, जिसे पटवारी ने कर भी दिया था। मगर दस्तावेज तैयार करने के बाद वह नहीं दे रही है। आरोप है कि महिला पटवारी पीड़ित से 10 हजार मांग रही है। इसके बाद ही हस्ताक्षर कर दस्तावेज देने की बात कह रही है।
युवक ने कलेक्टर कार्यालय में मामले की शिकायत की है।
अब वायरल ऑडियो में क्या हुआ है,वो पढ़िए
युवक: मेरा वाला कर दीजिए ना मैम
पटवारी: कहां से होगा उतने में बताएं मुझे, मैंने जो बोला था, उसका क्या हुआ
युवक: मैम कर दीजिए ना
पटवारी: जब वकील इतना ले सकता है, बताओ वो क्या करके देता है
युवक: कर दीजिए साइन ना मैम
पटवारी: मेन काम तो हम करके देते हैं, मैं तो बना दी हूं, बोली थी दे दो हो जाएगा, नहीं दिए, अब उतने में नहीं हो पाएगा
युवक: करा दीजिए, फोन-पे कर दूंगा, कितना लेंगी, बता दीजिए
पटवारी: मैं तो बताई थी, क्या बोलना बार-बार
युवक: कितना 10 हजार, बताईये फोन-पे करा दे रहा हूं
पटवारी: मैं बताई थी, इतने में नहीं हो पाएगा
युवक: कर दीजिए ना, पैसे कम हैं, एक हजार हैं कैश, कर दे रहा हूं फोन-पे
पटवारी: निकालकर दे दीजिए, पोड़ी में निकल जाएगा, मैं फोन-पे नहीं चलाती, तुम निकालो मैं आकर ले लूंगा
युवक: बता दीजिए, कितना लेंगी
पटवारी: कुछ तो दो उसका, कुछ तो करो, आधा ही करो कुछ करो
युवक: बता दीजिए ना, मैं जितना हो रहा दे रहा हूं ना
पटवारी: अरे आप कुछ कम करके दीजिए ना, आप भी बोलिए ना
युवक: साइन कर दीजिए,
पटवारी: साइन नहीं करना रहता था नहीं बनाती इतना ना
युवक: अब साइन करने का एक हजार दे रहा हूं ना
अब फोन बंद है
उधर, इस मामले में हमने पटवारी से कई बार बात करने की कोशिश की। मगर उनसे बात नहीं हो पाई, उनका फोन बंद बताता रहा। वहीं एसडीएम अंकिता सोम ने कहा कि मीडिया के माध्यम से मामले की जानकारी मिली है। मामले में विभागीय जांच चल रही है। जांच के बाद ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।