विधायक विक्रम मंडावी के आरोप के बाद महेश गागड़ा ने प्रेस वार्ता कर आरोपों को सिद्ध करने की बात कही है।
बीजापुर// छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता महेश गागड़ा पर तेंदूपत्ता ठेकदार को ब्लैकमेल कर 91 लाख रुपए वसूली के आरोप लगे हैं। बीजापुर से कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के मुताबिक उन्होंने इतनी मोटी रकम अपने किसी चाचा के खाते में डलवाई है। अलग-अलग किस्तों में पैसे डाले गए हैं। ठेकेदार की 8 बाइक को भी कब्जे में रख लिया है। मंडावी ने प्रेस वार्ता कर बैंक के दस्तावेज भी मीडिया के सामने पेश किए हैं। इन आरोपों के बीच महेश गागड़ा ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोपों को सिद्ध करने को कहा है, नहीं तो वे उनके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराएंगे।
विधायक विक्रम मंडावी ने प्रेस वार्ता लेकर महेश गागड़ा पर आरोप लगाया है।
विधायक विक्रम मंडावी के अनुसार कुछ दिन पहले महेश गागड़ा समेत भाजपा के नेताओं ने हितग्राहियों को तेंदूपत्ता का भुगतान नहीं होने का आरोप लगाया था। भैरमगढ़ में विरोध प्रदर्शन कर कांग्रेस सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही थी। जिसके बाद तेंदूपत्ता की राशि के संबंध में अफसरों के साथ बैठक कर जांच की गई थी। जिसमें पता चला था कि भुगतान किया जा चुका है। हालांकि, कुछ बड़े वाहनों का ढुलाई का भुगतान बचा है, जो हो जाएगा। लेकिन, जांच के दौरान गागड़ा ने ठेकेदार से 91 लाख रुपए वसूल लिए इस बात का भी खुलासा हुआ।
विधायक ने जो आरोप लगाए हैं इसके सबूत के तौर पर उन्होंने ठेकेदार के बैंक खाते की डिटेल भी निकाली है।
निकाली गई बैंक डिटेल
विधायक का कहना है कि, ठेकदार से महेश गागड़ा ने ब्लैकमेलिंग की और डरा-धमका कर पैसे मांगे। जिसके बाद अपने चाचा का अकाउंट नंबर 11521261288 दिया। इस खाते में ठेकदार ने अलग-अलग तारीखों और किस्तों में करीब 91 लाख रुपए डाल दिए हैं। उनके मुताबिक स्टेट बैंक के इस खाते की पूरी जानकारी हमने निकाल ली है। उन्होंने सवाल किया कि महेश गागड़ा अब ये बताएं की इन पैसों का क्या किया है?
महेश गागड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप सिद्ध करने को कहा है नहीं तो वे मानहानि का केस दर्ज करेंगे।
महेश गागड़ा ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
विधायक के आरोप के बाद पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि, विधायक ठेकेदार के प्रवक्ता बन कर बात कर रहे हैं। मुझ पर लगाया यह आरोप घटिया और हास्यास्पद है। सरकार उनकी है, पुलिस उनकी है, विभाग उनका है। चाहे तो कुछ भी आरोप लगा दें। हम तो पिछले 6 महीने से तेंदूपत्ता का भुगतान नहीं किए जाने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक 10 दिनों के अंदर मुझ पर लगाए सारे आरोप सिद्ध करें। अगर नहीं कर पाए तो मानहानि का केस दर्ज करूंगा।