रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणाम आने में अब महज 4 दिन बाकी रह गए हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों अपनी-अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। इनके बीच बुरा हाल उन विधायकों का है, जो इस बार टिकट नहीं मिलने के चलते ‘पूर्व’ हो चुके हैं। परिणाम आने से पहले ही इन विधायकों की सरकारी सुविधाएं बंद कर दी गई हैं।
दरअसल, भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों से ऐसे 23 विधायक हैं, जिन्हें उनकी पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है। इन सभी को दिसंबर से सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिलने की सूचना विधानसभा सचिवालय से दी गई है। इनमें 4 विधायकों को सरकारी आवास मिला है, जबकि 19 को आवास भत्ता दिया जाता था।
छत्तीसगढ़ विधानसभा सचिवालय से विधायकों को भेजी गई है सूचना।
नई विधानसभा के गठन से पहले खाली करने होंगे आवास
विधानसभा के मीडिया प्रभारी गुरजीत सिंह सूलजा ने बताया कि चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनने वाले विधायकों को नई विधानसभा के गठन से पहले आवास खाली करने पड़ेंगे। वहीं दिसंबर माह में किराया भत्ता नहीं दिया जाएगा। इन विधायकों को नो ड्यूज कराने और सरकारी सुविधाओं से वंचित होने की सूचना दी गई है।
विधायकों के सीमित शासकीय आवास हैं प्रदेश में
विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि, उनके पास विधायकों के लिए सीमित आवास हैं। जो विधायक चुनाव जीत कर आएंगे, उन्हें आवास उपलब्ध कराना होगा। लिहाजा जो चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और विधायक हैं, उनसे यह आवास खाली करने के लिए कहा गया है।
शासकीय आवास खाली करने के लिए विधानसभा सचिवालय ने विधायकों को सूचना भेजी है।
अफसरों का कहना है कि, यह सूचना चुनाव न लड़ने वाले विधायकों को इसीलिए दी गई है, क्योंकि उनके विधायक बनने की संभावना नहीं है। जीतकर आने वाले विधायकों को पहले से आवंटित आवास मिल जाएगा। नए विधायकों को किराए भत्ता की व्यवस्था की जाएगी। इसलिए चुनाव ना लड़ने वाले वर्तमान विधायकों का किराया भत्ता भी दिसंबर माह से बंद कर दिया जाएगा।
कांग्रेस ने 22 और भाजपा ने 1 को नहीं दिया था टिकट
कांग्रेस ने 22 और बीजेपी ने एक वर्तमान विधायक को इस बार चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाया है। इनमें से कांग्रेस के 18 और बीजेपी के एक विधायक को विधानसभा से किराया भत्ता प्रति माह 30 हजार रुपए दिया जाता है। इनको अब ये सुविधा नहीं मिलेगी।
कांग्रेस के इन विधायकों को नहीं मिलेगी सुविधा
विधायक | विधानसभा |
किस्मतलाल नंद | सरायपाली |
शकुंतला साहू | कसडोल |
लक्ष्मी ध्रुव | सिहावा |
प्रेमसाय सिंह टेकाम | प्रतापपुर |
ममता चंद्राकर | पंडरिया |
भुवनेश्वर बघेल | डोंगरगढ़ |
गुरुदयाल बंजारे | नवागढ़ |
बृहस्पति सिंह | रामानुजगंज |
छन्नी साहू | खुज्जी |
रेखचंद्र जैन | जगदलपुर |
चक्रधर सिदार | लैलूंगा |
विनोद चंद्राकर | महासमुंद |
चिंतामणि महाराज | सामरी |
शिशुपाल शोरी | कांकेर |
अनीता शर्मा | धरसींवा |
राजमन बेंजाम | चित्रकोट |
अनूप नाग | अंतागढ़ |
देवती कर्मा | दंतेवाड़ा |
सत्यनारायण शर्मा | रायपुर ग्रामीण |
चंद्रदेव राय | बिलाईगढ़ |
मोहित केरकेट्टा | पाली तनाखार |
विनय जायसवाल | मनेंद्रगढ़ |
बीजेपी के इन विधायक को नहीं मिलेगा आवास किराया
विधायक | विधानसभा |
डमरूधर पुजारी | बिंद्रानवागढ़ |
तीन दिसंबर को नई सरकार का फैसला
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 3 दिसंबर को मतगणना होगी। इसमें 1181 प्रत्याशियों के सियासी भाग्य और नई सरकार का फैसला आएगा। चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी।
मतगणना कक्ष में मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं
मतदान के बाद EVM को सभी जिला मुख्यालयों के स्ट्रॉन्ग रूम में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। मतगणना प्रक्रिया की रिकार्डिंग भी की जाएगी। इस दौरान प्रेक्षक और रिटर्निंग ऑफिसर को छोड़कर मतगणना कक्ष में किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण आईपैड, रिकार्डर, वीडियो कैमरा जैसे उपकरण नहीं ले जा सकेंगे।
डेढ़ करोड़ से ज्यादा मतदाताओं ने की है वोटिंग
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में हुए मतदान में कुल 1 करोड़ 55 लाख 61 हजार 460 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें 77 लाख 48 हजार 612 पुरुष और 78 लाख 12 हजार 631 महिला मतदाता शामिल हैं। ऐसे में वोटर महिलाओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है।