Monday, November 25, 2024
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गोलियों की तरह बरसे ओले, 30 से ज्यादा बगुलों की मौत… कई घायल होकर जमीन पर गिरे, अगले 17 घंटे के लिए फिर अलर्ट जारी

कोंडागांव: छत्तीसगढ़ में इन दिनों मौसम का मिजाज बदला हुआ है। कई इलाकों पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक बारिश हो रही है। इस बीच कोंडागांव में रविवार शाम को हुई तेज आंधी, बारिश और ओले गिरने से 30 से ज्यादा बगुलों की मौत हो गई है। वहीं कई बगुलें घायल हुए हैं।

सोमवार शाम को मौसम विभाग ने आने वाले 17 घंटों के लिए अंधड़, बारिश, बिजली और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। इसके लिए मौसम वैज्ञानिक ने प्रदेश भर के कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।

फरसगांव क्षेत्र में तेज बारिश के साथ ओले गिरे हैं।

फरसगांव क्षेत्र में तेज बारिश के साथ ओले गिरे हैं।

यहां फरसगांव क्षेत्र में शाम को बारिश शुरू हुई थी, जो एक से डेढ़ घंटे तक जारी रही। बारिश के साथ-साथ ओले भी गिरे हैं। जिसके चलते कई इलाकों में गेहूं की फसलों को नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन भी बस्तर संभाग में तेज आंधी के साथ बारिश की संभावना जताई है।

अगले 17 घंटों के लिए अलर्ट जारी

सोमवार शाम को मौसम विभाग ने आने वाले 17 घंटों के लिए अंधड़, बारिश, बिजली और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। इसके लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।

इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट –

प्रदेश के बस्तर, बेमेतरा,बीजापुर, बिलासपुर, दंतेवाड़ा, कबीरधाम, कांकेर, कोंडागांव, मुंगेली, नारायणपुर और सुकमा में कुछ जगहों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने, अंधड़ चलने और एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि होने की आशंका है।

रविवार शाम को बारिश के साथ बरसते रहे ओले।

रविवार शाम को बारिश के साथ बरसते रहे ओले।

इन जिलों में येलो अलर्ट

बालोद, बलौदा बाजार, धमतरी,दुर्ग, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, कोरबा, कोरिया, महासमुंद, रायपुर, राजनांदगांव, सूरजपुर, सरगुजा, जिले में एक-दो स्थान पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गयी है।

आंधी-तूफान, बारिश और ओले गिरने से घायल बगुलें सड़क पर काफी देर तक ऐसे पड़े रहे।

आंधी-तूफान, बारिश और ओले गिरने से घायल बगुलें सड़क पर काफी देर तक ऐसे पड़े रहे।

बगुलों को उठाकर ले गए लोग

रविवार शाम को हुई बारिश से कई इलाकों में बिजली भी बंद हुई थी। हालांकि देर रात बिजली व्यवस्था को बहाल कर दिया था। उधर, जैसे ही लोगों को पता चला कि घायल बगुले जमीन पर पड़े हुए हैं। वैसे ही लोगों की भीड़ मौके पर पहुंच गई और वे लोग उन्हें उठाकर ले गए। वहीं इसकी सूचना जब वेटनरी डिपार्टमेंट को लगी, तब वे मौके पर पहुंचे। वे घायल बगुलों को उपचार के लिए अपने साथ ले गए हैं। जहां उनका इलाज किया जा रहा है।

तेज बारिश की वजह से सड़क पर पेड़ भी गिर गए थे। जिसे बाद में हटाया गया है।

तेज बारिश की वजह से सड़क पर पेड़ भी गिर गए थे। जिसे बाद में हटाया गया है।

कांकेर जिले में शनिवार शाम तेज आंधी के साथ हुई बारिश ने लोगों को परेशानी में डाल दिया था। बारिश की वजह से कई जगह पर बिजली तार के ऊपर ही पेड़ गिर गए थे। जिसके चलते जिले के 20 से ज्यादा गांव में 24 घंटे तक बिजली बंद रही थी। हालांकि रविवार रात को बिजली व्यवस्था को बहाल कर दिया गया था।

कांकेर में भारी बारिश की वजह से बिजली तारों के ऊपर पेड़ गिर गए थे।

कांकेर में भारी बारिश की वजह से बिजली तारों के ऊपर पेड़ गिर गए थे।

इसके पहले मौसम विभाग ने आगामी 2 दिनों में पूरे प्रदेश में अंधड़, बारिश और बिजली की आशंका जताई थी। खासकर दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर संभाग और मध्य छत्तीसगढ़ यानी रायपुर और दुर्ग संभाग के कई जिलों में तेज अंधड़ के साथ बारिश हो सकती है। उत्तरी छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा संभाग में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना ज्यादा है। इसलिए यहां रहने वाले लोगों को अलर्ट किया गया है।




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