Tuesday, October 15, 2024




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प्लांट में भीषण हादसा, 6 मजदूर झुलसे…. प्रबंधन ने नहीं दी पुलिस को सूचना, AAP ने लगाए गंभीर आरोप; मुआवजा और स्थायी नौकरी की मांग

बिलासपुर: जिले के मस्तूरी विधानसभा के ग्राम पराघाट में संचालित राशि प्लांट में हुए भीषण हादसे में 6 मजदूर बुरी तरह से झुलस गए। पीड़ितों से मिलने आम आदमी कार्यकर्ता शनिवार रात बिलासपुर के महादेव अस्पताल पहुंचे। उन्होंने पीड़ित मजदूरों के लिए उचित मुआवजे की मांग की।

जानकारी के मुताबिक, मस्तूरी विधानसभा के ग्राम पराघाट में स्थित राशि प्लांट में शुक्रवार सुबह हादसा हो गया। ठेकेदार के कर्मचारी एक गर्म लोहे के टैंक को काटने में जुटे हुए थे। इसी दौरान टैंक में ब्लास्ट हो गया। इस हादसे में काम कर रहे जितेंद्र बंजारे, दाउ सिंह ध्रुव, दिनेश सोनी, दिनेश वर्मा, अजय टंडन और दीपक वर्मा झुलस गए। इनमें दाउ ध्रुव, दीपक और दिनेश की हालत गंभीर है।

हादसे के बाद प्लांट प्रबंधन ने झुलसे हुए मजदूरों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इधर प्लांट प्रबंधन ने पुलिस को घटना की जानकारी नहीं दी। मस्तूरी थाना प्रभारी प्रकाशकांत ने बताया कि प्लांट ने हादसे की सूचना नहीं दी, लेकिन उन्हें मीडिया के माध्यम से हादसे की जानकारी मिली है। पीड़ित पक्ष से शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पीड़ितों से मिलने आम आदमी कार्यकर्ता शनिवार रात बिलासपुर के महादेव अस्पताल पहुंचे।

पीड़ितों से मिलने आम आदमी कार्यकर्ता शनिवार रात बिलासपुर के महादेव अस्पताल पहुंचे।

आम आदमी पार्टी के नेता अस्पताल पहुंचे

आप के प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद प्रकाश मिरी ने महादेव अस्पताल में पहुंचकर पीड़ित मजदूरों से मुलाकात की। उन्होंने झुलसे कर्मचारियों से घटना की जानकारी ली। उन्होंने झुलसे मजदूरों के बेहतर उपचार, मुआवजा और स्थायी नौकरी की मांग की है।

आनंद प्रकाश मिरी के साथ धरम भार्गव प्रदेश अध्यक्ष अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्लांट बिना किसी मानक सुरक्षा के केवल कुछ जूनियर कर्मचारियों के भरोसे चल रहा है। टीम ने प्लांट के अधिकारी पिनाकी बोस से फोन पर बात की। उनसे पता चला कि उन्हें घायलों की वास्तविक संख्या तक पता नहीं है। आप नेता ने कहा कि प्लांट के ऐसे कर्मचारी को तुरंत कंपनी से बाहर किया जाना चाहिए और योग्य व्यक्ति को अहम जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। वहीं कुछ कर्मचारियों ने बताया कि पिनाकी बोस कुछ लोगों से सांठगांठ कर कर्मचारियों को ठेके पर रखते हुए उन्हें डरा-धमकाकर काम करवा रहा है। उन्होंने कहा कि गरीब मजदूर उसके खिलाफ बोलने से डरते हैं कि कहीं ठेकेदार उसे नौकरी से न निकलवा दें।

झुलसे हुए मजदूरों का इलाज महादेव अस्पताल में जारी।

झुलसे हुए मजदूरों का इलाज महादेव अस्पताल में जारी।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद प्रकाश मिरी, प्रदेश सचिव प्रियंका शुक्ला, लोकसभा अध्यक्ष सुरेश दिवाकर, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष धरम भार्गव, अशमा जायसवाल सहित कई कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचे और पीड़ितों से मिलकर उनका हाल जाना। उन्होंने कहा कि हम सब स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि कलेक्टर, एसपी और इंडस्ट्रियल इंस्पेक्टर से मिलकर मामले की जांच करवाने की मांग करेंगे और जरूरत पड़ी, तो श्रमिकों के लिए आंदोलन भी करेंगे।

पिनाकी बोस ने नहीं की मदद

आप नेताओं का आरोप है कि पिनाकी बोस ने न तो मरीजों की स्थिति जानने की कोशिश की और न तो उन्हें बर्न यूनिट में रखने को लेकर कोई कदम उठाए। उनकी बातों से पता चला है कि वो तो अपने परिवार के साथ बाहर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एसे गंभीर समय में पीड़ितों को छोड़कर प्लांट का सीनियर अधिकारी कैसे बाहर घूमने जा सकता है।

ठेकेदार की लापरवाही उजागर

हादसे में झुलसे श्रमिकों ने बताया कि हादसे के बाद साथियों ने ठेकेदार कलाम को जानकारी दी। इसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया। ठेकेदार ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद वो लौटकर नहीं आया है। वहीं प्लांट प्रबंधन के अधिकारी भी उनका हालचाल लेने नहीं पहुंचे हैं।

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