कोरबा/बिलासपुर: बिलासपुर रेंज के विभिन्न थाना-चौकियों में जब्त 4 टन से अधिक गांजे को बालको (कोरबा) के विद्युत संयंत्र में नष्ट कर दिया गया। इसे कोयले के साथ मिलाकर विद्युत उत्पादन में उपयोग लिया गया और लगभग 5 मेगावाट बिजली इस मिश्रण से उत्पादित की गई। इसके अलावा दूसरे नशीले पदार्थों को भी यहां जलाकर नष्ट कर दिया गया।
गांजा और अन्य नशीले पदार्थों को किया गया नष्ट।
हाई पावर ड्रग डिस्पोजल कमेटी का गठन
मादक पदार्थों को नष्ट करने के लिए बिलासपुर रेंज स्तर पर 4 सदस्यीय हाई पावर ड्रग डिस्पोजल कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी ने बिलासपुर रेंज के कोरबा, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ और मुंगेली जिलों के नष्टीकरण योग्य कुल 190 केस में जब्त 4.111 टन गांजा, 131 पौधे, 14,554 टैबलेट, 3,600 बोतल कफ सिरप, 2 ग्राम ब्राउन शुगर और 347 नशीले इंजेक्शन को जलाकर खत्म किया।
नशीले पदार्थों को किया गया नष्ट।
हाई पावर ड्रग डिस्पोजल कमेटी के अध्यक्ष और बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (Inspector General of Police) रतन लाल डांगी, सदस्य पारुल पाथुर पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर, संतोष सिंह एसपी कोरबा, क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी कोरबा अंकुर साहू और पंचों की उपस्थिति में सोमवार को बालको पावर प्लांट कोरबा में नशीले पदार्थों को जलाकर नष्ट किया गया।
4 टन से अधिक गांजे को किया गया नष्ट।
बिलासपुर रेंज के IG रतनलाल डांगी ने बताया कि रेंज के जिलों में दर्ज NDPS एक्ट के तहत जब्त माल को जलाकर नष्ट किया गया है। पूरी कार्रवाई के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपमाला कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक वर्मा और पुलिस के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
नशीले पदार्थों के नष्टीकरण की कार्रवाई के दौरान पुलिस-प्रशासन।