जांजगीर-चांपा: जिले में रेडक्रॉस सोसायटी में सहायक ग्रेड 3 और बिजली विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपी को पामगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी दीपक लाल मीरी (44 साल) और मोहन लाल साहू (38 साल) ने 21 लाख 40 हजार रुपए की धोखाधड़ी की है। दोनों को रायपुर से गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल, आरोपी दीपक लाल मीरी रेडक्रॉस सोसायटी प्रदेश कार्यालय रायपुर में AO के पद पर कर्मचारी है। साल 2018-19 में संजय कुमार सायसेरा निवासी बुंदेली जिला सक्ति की दीपक से पहचान हुई थी और सोशल मीडिया के जरिए से बात होती थी। साथ ही दीपक सतनामी समाज छत्तीसगढ़ युवा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष था जिसके कारण दोनों की मुलाकात होते रहती थी।
इस दौरान दीपक लाल ने कहा कि वह रेडक्रॉस सोसायटी का प्रदेश प्रभारी है। उसके कार्यालय में सहायक ग्रेड 3 के पद के लिए पांच लाख रुपए और चपरासी (प्यून) के लिए चार लाख रुपए लगने की बात कही। इसके अलावा आरोपी दीपक ने खुद को बिजली विभाग के बड़े अधिकारियों के साथ संपर्क होना बताया और बिजली विभाग में जेई और लाइन स्टाफ में नौकरी लगाने की बात कही।
छोटे भाई सहित तीन रिश्तेदारों की नौकरी लगाने की बात की थी
प्रार्थी संजय कुमार आरोपी के झांसे में आ गया और अपने छोटे भाई सहित तीन रिश्तेदारों की नौकरी लगाने की बात कही। पामगढ़ के रेस्ट में 3 लाख 50 हजार रुपए दिए। इसके बाद 14 सितंबर 2021 को सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के प्रदेश स्तरीय बैठक पामगढ़ में 3 लाख 50 हजार रुपए कैश दिया था।
उसके बाद दीपक मिरी के कहने पर 9 नवंबर 2021 को एक लाख रुपए, 10 नवंबर 2021 को फोन पे पर 40 हजार रुपए दिया। उसके बाद दिनांक 25 नवंबर 2021 को 4 लाख 50 हजार रुपए मोहन लाल साहू के खाते में नेट बैंकिंग के जरिए भेजा। इस तरह कुल 12 लाख 90 हजार रुपए दिया गया।
पामगढ़ थाना पुलिस।
परिवार सहित दोस्त की पत्नी के लिए दिए थे पैसे
संजय ने बताया कि छोटे भाई राजेन्द्र कुमार के लिए रेडक्रॉस सोसायटी में सहायक ग्रेड 3 के पद पर, मामा के बेटे के लिए रेडक्रॉस सोसायटी में प्यून के पद पर, साढू के बेटे के लिए बिजली विभाग में डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए पैसा दिया था। वहीं दोस्त अनुवेश टंडन ने अपनी पत्नी की बिजली विभाग में जेई के पद के लिए 8.50 लाख रुपए दिए थे।
पैसे वापस मांगने पर आज-कल कहकर घूमाता रहा
एक महीने बीत जाने के बाद फोन के जरिए नौकरी के संबंध में जानकारी ली तो दीपक लाल ने बताया कि अभी नौकरी लगाने को लेकर थोड़ी परेशानी चल रही है। जल्द ही सभी का काम हो जाने की बात कही। इस तरह से 2 सालों तक घूमाता रहा। नौकरी नहीं लगने पर वापस पैसे की मांग की तो आज-कल कहते हुए घूमता रहा। इसके बाद पामगढ़ थाने में मामला दर्ज किया गया।
आरोपियों ने कबूल किया जुर्म
आरोपी दीपक लाल और मोहन लाल साहू को रायपुर के सडडू थाना क्षेत्र से पुलिस ने हिरासत में लिया। धोखाधड़ी के संबंध में पूछताछ करने पर आरोपियों ने जुल्म स्वीकार किया। वहीं धोखाधड़ी की रकम खर्च करना बताया गया। शेष बचे रकम आरोपी दीपक लाल के पास से 2000 रुपए और आरोपी मोहन लाल साहू के पास से 1500 रुपए बरामद किया गया है।