कोरबा: जिले के कटघोरा वन विभाग की टीम ने तेंदुए के शिकार के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन इस मामले में तेंदुए के प्रमुख अंगों को वन अमले की टीम बरामद नहीं कर पाई है। कटघोरा डीएफओ कुमार निशांत ने बताया कि वन विभाग की टीम अभी मामले की जांच में जुटी हुई है। संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही तेंदुए के अंगों को भी बरामद कर लिया जाएगा।
वन अमले की टीम ने गोविंद सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके बछड़े को किसी वन्य जीव ने हमला कर मार दिया था। इसकी वजह से वह आक्रोशित था और उसने अपने मृत बछड़े में फोरेट मिला दिया।
बछड़े का मांस खाने के बाद तेंदुआ की हुई थी मौत
जब तेंदुआ फिर से बछड़े का मांस खाने पहुंचा तो मांस खाने के कुछ ही क्षणों बाद उसकी मौत हो गई। इसके बाद गोविंद सिंह और बेटे लाल सिंह और दर्रीपारा निवासी राम प्रसाद तेंदुए के अंग को काटकर ले भागे थे। इस मामले में वन विभाग ने तीनों आरोपियों को वन अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
मृत अवस्था में पाया गया था तेंदुआ, अंग मिले थे गायब
गौरतलब है कि कटघोरा वनमंडल के चैतमा रेंज के राहा बीट के अंतर्गत आने वाले कक्ष क्रमांक 25 में बुधवार की सुबह लगभग 11 बजे एक तेंदुए को मृत अवस्था में ग्रामीणों ने देखा था। तेंदुए की मौत की सूचना पर वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे, जहां शिकारियों ने तेंदुआ का शिकार किया था। शिकारियों ने तेंदुआ का कई अंग को काटकर ले भागे थे।
गुरुवार की सुबह लगभग 5 बजे डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सर्चिंग के दौरान घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर एक बछड़ा मरा पाया गया, जिसे किसी वन्य प्राणी ने आधे से अधिक भाग खा लिया था। डॉग स्क्वायडकी टीम आगे बढ़ते हुए घटनास्थल से लगभग 1 किलोमीटर दूर ग्राम भवरदा निवासी गोविंद सिंह के घर पहुंचे, जहां से मामले का खुलासा हुआ।
(Bureau Chief, Korba)