Friday, May 17, 2024
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कोरबा : कटघोरा के बाद अब छुरी के आसपास ‘व्हाइट गोल्ड’, GSI की जांच के बाद लिथियम भंडार की पुष्टि; खनन के लिए कोल इंडिया, अडाणी, वेदांता जैसी देश-विदेश की 50 बड़ी-बड़ी कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी

कोरबा: जिले के कटघोरा के बाद अब छुरी के आसपास भी ‘व्हाइट गोल्ड’ यानी लिथियम के भंडार का पता चला है। इस जानकारी के बाद जल्द ही सर्वे का काम शुरू होगा। कटघोरा और कश्मीर में मिले लिथियम भंडार का खनन अधिकार पाने के लिए देश-विदेश की 50 बड़ी-बड़ी कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है।

इसमें कोल इंडिया, अडाणी, वेदांता जैसे समूह शामिल हैं, जिन्होंने लिथियम भंडार का खनन करने कंपोजिट लाइसेंस का टेंडर लिया है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) की जांच के बाद जेंजरा और छुरी में लिथियम के भंडार की पुष्टि हाे चुकी है। GSI अब इसकी रिपोर्ट केंद्रीय खान मंत्रालय और छत्तीसगढ़ शासन को भेजेगा।

छुरी के आसपास लिथियम के भंडार का पता चला है।

छुरी के आसपास लिथियम के भंडार का पता चला है।

निजी क्षेत्र को भी खनन की अनुमति

केंद्र सरकार ने खनन अधिनियम के लिए पिछले साल अगस्त में संशोधन किया था। इसके बाद से लिथियम, ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट जैसे 20 से ज्यादा खनिजों का पता लगाने और उनके खनन के लिए निजी क्षेत्र को भी अनुमति मिल गई है।

ई-व्हीकल की बैटरी बनाने के लिए लिथियम जरूरी

सफेद सोना कहे जाने वाले लिथियम का इस्तेमाल डिजिटल उपकरण और ई-व्हीकल की बैटरी बनाने के लिए जरूरी हो गया है। इसके अलावा सीमेंट और इस्पात उद्योग में भी उसकी उपयोगिता है।

अब तक इन कंपनियों ने लिए 180 टेंडर पेपर

एक अधिकारी ने बताया कि कोल इंडिया ने कोयले के अलावा दूसरे खनिजों की खदान के लिए तैयारी शुरू की है। कटघोरा के लिथियम ब्लॉक में कोल इंडिया ने भी दिलचस्पी दिखाई है। अर्जेंटीना की केंटामार्का के साथ कोल इंडिया ने अर्जेंटीना में लिथियम खदानों के अधिग्रहण के लिए समझौता किया है।

वेदांता, जिंदल, अडाणी ग्रुप के अलावा ओला इलेक्ट्रिक, श्री सीमेंट, ओरियंट, डालमिया, रूंगटा, अल्ट्राटेक ने भी लिथियम भंडार की बोली लगाने टेंडर लिए हैं। 50 से ज्यादा कंपनियों ने रुचि दिखाई, जिन्होंने अलग-अलग ब्लॉक के लिए 180 टेंडर पेपर लिए हैं। टेंडर की प्रक्रिया जारी है।

जल्द शुरू होगी नीलामी की प्रक्रिया

कोरबा जिले के डिप्टी डायरेक्टर माइनिंग प्रमोद कुमार नायक का कहना है कि जल्द ही कटघोरा लिथियम भंडार के जैसे, यहां के लिए भी कंपोजिट लाइसेंस देने के लिए नीलामी प्रक्रिया शुरू होगी।

जम्मू कश्मीर में 59 लाख टन लिथियम का भंडार

जम्मू कश्मीर में 59 लाख टन लिथियम की खोज के बाद भारत 7वां सबसे बड़ा लिथियम के भंडार वाला देश बन गया है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में टोटल 9.8 करोड़ टन लिथियम का भंडार है।

भारत के नए भंडार के इसमें शामिल होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 10.39 करोड़ टन हो गया है। बोलिविया, अर्जेंटीना, अमेरिका, चिली, ऑस्ट्रेलिया और चीन भारत से ज्यादा लिथियम का स्टॉक है, इनके पास दुनिया का 76% लिथियम भंडार है।

2022-23 में 23 हजार करोड़ की बैटरी इम्पोर्ट की

अभी भारत में लिथियम का पूरी तरह इम्पोर्ट किया जाता है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2022-23 में 2.8 अरब डॉलर यानी करीब 23 हजार करोड़ रुपए की लिथियम आयन बैटरी बाहर से खरीदी गई थी। इसमें 95% केवल चीन-हॉन्ग कॉन्ग से आई थी।

Muritram Kashyap
Muritram Kashyap
(Bureau Chief, Korba)
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