- जिला कांग्रेस कमेटी अन्य पिछड़ा वर्ग ने किया धरना प्रदर्शन, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
- वक्ताओं ने एक स्वर में कहा – नवीन आरक्षण विधेयक का राज्यपाल करे शीघ्र अनुमोदन
कोरबा (BCC NEWS 24): छत्तीगसढ़ की जनता को सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक न्याय दिलाने के उद्देश्य से प्रदेश में जनसंख्या धनत्व के अनुसार अधिकार दिलाने भूपेश सरकार ने विशेष सत्र् बुलाकर नवीन आरक्षण विधेयक विधानसभा से पास किया ताकि सबको आरक्षण का लाभ त्वरित मिल सकें, लेकिन महामहिम राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उईके ने अब तक नवीन विधेयक में हस्ताक्षर न कर आम जनता को नवीन आरक्षण के लाभ से वंचित रखा है। नवीन आरक्षण विधेयक में शीघ्र हस्ताक्षर की मांग को लेकर आज तानसेन चौक आईटीआई रामपुर में भारी संख्या में उपस्थित होकर जिला कांग्रेस कमेटी (शहर एवं ग्रामीण) ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया और राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
धरना प्रदर्शन को कई वक्ताओं ने सम्बोधित किया और सभी ने एक स्वर में कहा कि भूपेश सरकार के नवीन आरक्षण विधेयक पर महामहिम राज्यपाल शीघ्र ही हस्ताक्षर कर अनुमोदन करें, ताकि हर वर्ग के लोगों को शीघ्र ही इसका लाभ मिल सकें। नवीन आरक्षण विधेयक का अनुमोदन न होने से कई भर्तियां रूकी हुई है और युवाओं को शासकीय नौकरी के लिये इंतजार करना पड़ रहा हैं। सबसे पहले धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुये महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि हमारी भूपेश सरकार ने 4 साल में हर वर्ग के लोगों का ध्यान रखा और सभी को सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक न्याय दिलाने के लिये जनसंख्या घनत्व के हिसाब से नवीन आरक्षण विधेयक पास किया जिसमें अनुसूचित जनजाति को 32 प्रतिशत, अनुसूचित जाति को 13 प्रतिशत, अन्य पिछड़ावर्ग को 27 प्रतिशत एवं ईडब्ल्युएस के तहत 4 प्रतिशत का आरक्षण का प्रावधान रखा गया है, लेकिन महामहिम राज्यपाल ने इस विधेयक में अब तक हस्ताक्षर नही किया हैं, जिसके कारण जनभावना को ठेस पहुंची है। हम मांग करते है कि शीघ्र ही इस विधेयक पर मुहर लगा कर जनता को इसका लाभ दिलाये। उन्होने कहा कि प्रदेश का समन्वित विकास से आज हर वर्ग खुशहाल हो रहा है और प्रदेश की तरक्की देश में माईल स्टोन साबित हो रही है। नवीन आरक्षण विधेयक के अनुमोदन से प्रदेश का सभी वर्ग और आगे बढेगा और सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक दृष्टि से सबल होगा। महामहिम राज्यपाल देश की पौने तीन करोड़ जनता की भावनाओं को समझें और शीघ्र ही इसका अनुमोदन करें।
निगम सभापति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग प्रभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष श्यामसुंदर सोनी ने कहा कि आज भूपेश सरकार के राज में न्याय योजनाओं से प्रदेश की अलग पहचान बनी है और हम चाहते है कि नवीन आरक्षण विधेयक भी शीघ्र ही लागू हो और सभी को इसका लाभ मिलें। जिला शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल ने कहा कि भूपेश सरकार ने ऐसी ऐसी योजनाए प्रारम्भ की जिससे देश में छत्तीसगढ़ को अलग पहचान मिली और केन्द्र की भाजपा सरकार ने कई अवार्ड भी दिये है, लेकिन आम जनता के लिये महत्वपूर्ण नवीन आरक्षण विधेयक को महामहिम राज्यपाल द्वारा रोक दिया जाना समझ से परे हैं। यह आरक्षण विधेयक को विधानसभा से पास कराने के लिये महामहिम राज्यपाल ने ही विशेष सत्र बुलाने का निर्देश दिया था और अब वे ही इस नवीन आरक्षण विधेयक का अनुमोदन नही कर रही हैं।
अन्य पिछड़ा वर्ग प्रभाग के शहर जिला अध्यक्ष गजानंद प्रसाद साहू ने कहा कि भूपेश सरकार ने जनसंख्या घनत्व के हिसाब से नवीन आरक्षण विधेयक पास किया है, लेकिन महामहिम राज्यपाल ने इस पर रोड़ा अटका दिया है, जिसके कारण हम पिछड़ा वर्ग के लोगों को सड़क पर उतरना पड़ा, यह खेद का विषय हैं। महामहिम राज्यपाल आम जनता की भावना को समझे ओर विधेयक का अनुमोदन करें। अन्य पिछड़ा वर्ग प्रभाग के ग्रामीण जिलाध्यक्ष राजेश कुमार मानिकपुरी ने कहा कि वक्त आ गया है कि हम एकजूट होकर नवीन आरक्षण विधेयक को पास कराने के लिए महामहिम राज्यपाल से आग्रह करे और छत्तीसगढ़ की आम जनता की भावना को उन तक पहुंचाये। आम जनता की आवाज को पहुंचाने के लिए ही हमें आज धरना प्रदर्शन करने की जरूरत पड़ी। धरना प्रदर्शन को अन्य वक्ताओं ने भी सम्बोधित किया। धरना प्रदर्शन के बाद सैकड़ो कार्यकर्ता रैली की शक्ल में कलेक्टेªट पहुचे और एसडीएम सीमा पात्रे को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें मांग की गई है कि महामहिम राज्यपाल शीघ्र ही नवीन आरक्षण विधेयक पर मुहर लगायें। धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष सपना चौहान, ग्रामीण जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल, महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुंदर सोनी, अन्य पिछड़ा वर्ग प्रभाग के शहर जिला अध्यक्ष गजानंद प्रसाद साहू, ग्रामीण जिला अध्यक्ष राजेश कुमार मानिकपुरी सहित हाजी इकबाल दयाला, कोमल प्रसाद यादव, हीरालाल राठौर, प्रेमलाल साहू, आर.के. वर्मा, बी एस चौधरी, धर्मेन्द्र कुमार, निर्मलदास लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा, फुलसिंह, अनिल कुमार, फूलेशराम साहू, मंगलूराम, दिलेराम, बजरंग दास महंत, विरेन्द्र राठौर, फूलदास महंत, गिरधारी बरेठ, अनिल यादव, रूद्रपाल दास महंत, टोनू उपाध्याय, राहूल खड़िया, निखिल, रामगोपाल यादव, अमरू दास महंत, आरिफ खान, अब्दूल अजीज, लक्ष्मी महंत, सुखीदास महंत, दिलहरण दास महंत, धूरोकी दास महंत, रूपदास, संतोषदास, हरिराम, अरविंद दास, नरोत्तम दास, टूकेश्वर दास, सुनील मानिकपुरी, गौतम दिवान, इन्द्रमणी महंत, विनोद कर्ष, रामकुमार श्रीवास, संजू पैकरा, दुर्गा प्रसाद महतो, रामसंतोष राठौर, नत्थूलाल यादव, लेखराम साहू, रामनारायण यादव, लक्ष्मण दास सहित भारी संख्या में आमजन उपस्थित थे।