कोरबा: जिले के कटघोरा वन मंडल का केंदई रेंज इन दिनों हाथियों की पसंदीदा जगह बना हुआ है। यहां 48 की संख्या में हाथी 3 अलग-अलग जगहों पर घूम रहे हैं। हाथियों ने फसल को भी जमकर नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा सूरजपुर से 5 एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई हैस जो लगातार लोनर हाथी चेतक की निगरानी कर लोगों को उसके बारे में जानकारी दे रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, एक दल में हाथियों की संख्या लगभग 6 है, वहीं दूसरे दल में 41 हाथी हैं, जो कोरबी सर्किल के जंगल में घूम रहे हैं। इसके अलावा खतरनाक लोनर हाथी भी लालपुर पहुंच गया है। केंदई रेंज में मौजूद हाथियों के दल ने गुरुवार रात को 3 जगह पर फसलों को रौंद दिया है।
वहीं लोनर हाथी ने 15 दिन में 4 लोगों की जान ले ली है। उसे दल में मिलाने के लिए सूरजपुर से 5 एक्सपर्ट की टीम को बुलाया गया है। ग्राम कोरबी के कुरूपारा के पास दिनभर हाथी को उसके झुंड में मिलाने का प्रयास किया जाता रहा, लेकिन इधर-उधर भागने के कारण से उसे वापस नहीं मिलाया जा सका है।
सूरजपुर क्षेत्र से ट्रैकिंग विशेषज्ञों के नेतृत्व में 5 सदस्यीय दल केंदई परिक्षेत्र में पहुंचा है।
5 सदस्यीय दल केंदई परिक्षेत्र में पहुंचा
इस बीच सूरजपुर क्षेत्र से ट्रैकिंग विशेषज्ञों के नेतृत्व में 5 सदस्यीय दल केंदई परिक्षेत्र में पहुंचा है। दल लोनर हाथी की ट्रैकिंग कर उसके व्यवहार का भी अध्ययन कर रहा है। दल में एक महावत भी शामिल है, जो प्रशिक्षित कुमकी हाथी की देखरेख करता है। इसके अलावा थर्मल ड्रोन के जरिए लोनर की निगरानी की जा रही है।
विशेषज्ञों का दल लोनर हाथी की ट्रैकिंग कर उसके व्यवहार का भी अध्ययन कर रहा है।
ड्रोन कैमरे से लोनर हाथी की निगरानी
ड्रोन कैमरा भी लोनर हाथी के लोकेशन की लगातार फोटो भेज रहा है। वन विभाग ने बताया कि ट्रैकिंग दल लोनर हाथी के गांव के पास पहुंचने पर तत्काल मौके पर पहुंचेगा। वो गांववालों को नुकसान नहीं पहुंचा सके, इसके लिए उसे बस्ती में आने से रोका जाएगा। हाथी को जंगल की ओर खदेड़ने की तैयारी की गई है।
जरूरत पड़ने पर कुमकी हाथी की ली जाएगी मदद
ट्रैकिंग दल के साथ पहुंचे महावत लोनर के व्यवहार का अध्ययन करने के बाद यह तय करेंगे कि इसे नियंत्रित करने के लिए प्रशिक्षित कुमकी हाथी की जरूरत पड़ेगी या नहीं। अगर उन्हें लगेगा कि लोनर को झुंड में शामिल करने के लिए कुमकी हाथी की जरूरत है, तो वे उसे लेकर यहां पहुंचेंगे। इसके बाद लोनर हाथी को नियंत्रित कर क्षेत्र में मौजूद हाथियों के दल में शामिल किया जाएगा।
हाथियों ने फसलों को रौंदा
इस बीच कोरबा वनमंडल के पसरखेत रेंज में 9 हाथी मदनपुर के आसपास घूम रहे हैं, जबकि बासिन में अचानक पहुंचे 10 हाथियों ने रात में उत्पात मचाने के बाद लबेद, गीतकुंवारी के रास्ते धरमजयगढ़ का रुख कर लिया है। हाथियों के इस दल ने जाने के पहले रास्ते में गीतकुंवारी में 6 किसानों की फसल को तहस-नहस कर दिया।