KORBA: छत्तीसगढ़ के कोरबा नगर निगम के नवनिर्वाचित सभापति नूतन सिंह ठाकुर को बीजेपी ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। नूतन सिंह ने पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल के खिलाफ बागी होकर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी।
दरअसल, 8 मार्च को हुए निगम सभापति चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल, बागी प्रत्याशी नूतन सिंह ठाकुर और निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल रहमान मैदान में थे। जिसमें नूतन सिंह ठाकुर को 33 पार्षदों ने वोट देकर सभापति बनाया था।
जानिए 8 मार्च को क्या हुआ था-
सभापति चुनाव के लिए बीजेपी ने रायपुर उत्तर के विधायक पुरंदर मिश्रा को पर्यवेक्षक बनाया था। पुरंदर मिश्रा के नेतृत्व में बंद कमरे में लंबी बैठक हुई। पार्षदों को मनाने का प्रयास किया गया। हालांकि बताया जा रहा है कि, पार्षद नूतन के ही पक्ष में थे। इसके बाद भी संगठन ने हितानंद अग्रवाल के नाम पर सहमति जताई और उन्हें सभापति का आधिकारिक प्रत्याशी बनाया।
जानिए कैसे हुआ खेल-
मीटिंग में पुरंदर मिश्रा के अलावा श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन, विकास महतो, शहर जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा के अलावा कई भाजपा के दिग्गज नेता मौजूद थे। इस दौरान नूतन सिंह ठाकुर को भी मनाने की कोशिश की गई।
सूत्रों के मुताबिक, हितानंद को आधिकारिक प्रत्याशी बनाने के बीच नूतन वॉशरूम जाने के बहाने मीटिंग से निकल गए और सभागार चले गए। यहां सभापति के लिए उन्होंने नामांकन भी दाखिल कर दिया। जब चुनाव हुआ तो बीजेपी के ही पार्षदों ने नूतन सिंह को वोट दिया।
- कोरबा निगम में 67 पार्षदों में से बीजेपी के 45, कांग्रेस के 11 और निर्दलीय 11 पार्षद ने सभापति के लिए मतदान किया।
- चुनाव में पार्षद नूतन सिंह ठाकुर जो सभापति चुनाव के लिए बीजेपी के ही बागी बने उन्हें 33 वोट मिल गए।
- वहीं बीजेपी के आधिकारिक उम्मीदवार हितानंद अग्रवाल को महज 18 वोट मिले।
- सभापति के लिए एक निर्दलीय प्रत्याशी अब्दुल रहमान भी मैदान में थे, उन्हें 16 वोट मिले।

बीजेपी के आधिकारिक प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल।
नूतन 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित- जिला अध्यक्ष
भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा ने कहा कि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ नूतन सिंह ठाकुर ने चुनाव लड़ा। इसकी जानकारी प्रदेश नेतृत्व को भेजा गया था। यह अनुशासनहीनता में आता है। इसलिए नूतन को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
पार्टी ने यह फैसला सोच-समझकर लिया होगा- हितानंद
अब नूतन सिंह 6 साल के लिए बीजेपी से निष्कासित हैं। इस मामले में हितानंद अग्रवाल ने कहा कि, बीजेपी एक नियम के तहत चलती है। पार्टी संगठन के निर्देश पर ही कार्यकर्ता काम करते हैं। उन्होंने जो फैसला लिया है वो सही है। जिससे कोई इस तरह से बगावत न कर सके।

नूतन को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
मैं भाजपा का था, हूं और रहूंगा- नूतन
सभापति नूतन सिंह ठाकुर का कहना है कि, हितानंद अग्रवाल को पार्षदों ने क्यों पसंद नहीं किया। इसकी जानकारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दूंगा। मैं भाजपा का छोटा कार्यकर्ता हूं और रहूंगा। 33 भाजपा पार्षदों ने सभापति के लिए मुझे जनादेश दिया है। सभापति के रूप में निगम के 67 पार्षदों के हितों की रक्षा करने, कोरबा शहर का चौतरफा विकास करने और नियमों के अनुसार निगम को चलाने का दायित्व पूरी निष्ठा से पूरा करता रहूंगा।

चुनाव से पहले बीजेपी ने पार्टी पर्यवेक्षक पुरेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में पार्षदों को मनाने का प्रयास किया था।
(Bureau Chief, Korba)