कोरबा: बालकोनगर के परसाभाठा में 6-7 मकान में रहने वाले परिवार की रात की नींद 2 महीने से उड़ी हुई है, क्योंकि जैसे ही सोने का समय होता है मकानों की छत पर पत्थर बरसने लगते हैं। कई पत्थर छोटे तो कई बड़े आकार के होते हैं। बड़े पत्थर से खपरैल व सीट के छत वाले मकानों में नुकसान भी पहुंच रहा है।
जगह-जगह से सीट टूट रहे हैं। परेशान लोगों ने कई बार रतजगा करके पत्थरबाजी का पता लगाना चाहा, लेकिन पत्थर कहां से बरस रहा है यह नहीं जान सके। परेशान परिवार ने बालको थाना में घटना की सूचना दी। पुलिस ने पेट्रोलिंग भी की, लेकिन पता नहीं लग सका। ऐसे में पुलिस ने ध्यान देना छोड़ दिया, दूसरी ओर पत्थरबाजी लगातार जारी है। ऐसे ही एक परिवार की सदस्य मनजीत कौर बताती है कि किसी से दुश्मनी नहीं फिर भी लगातार मकानों में पत्थर बरस रहे हैं। रात में घर से बाहर निकलने पर पत्थर गिरने से लोग घायल हो जाते हैं। इसलिए डर के घर में सोने के अलावा रात में घरों से लोगों का बाहर निकलना बंद हो गया है।