KORBA: कोरबा के करतला पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत जहर खाने के बाद समय पर इलाज न मिलने से बुधवार सुबह एक युवक की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि जहर खाने की जानकारी होने पर मितान और परिजनों ने 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन एंबुलेंस कॉल के 12 घंटे बाद पहुंची थी। वहीं 108 के डिस्टिक कोऑर्डिनेटर ने आरोप को गलत बताया है।
दरअसल, करतला क्षेत्र के रहने वाला 19 वर्षीय कुमार सानू अनुसूचित जनजाति परिवार से संबंध रखता है। जानकारी के मुताबिक घर पर भोजन नहीं मिलने से नाराज होकर उसने रात में जहर खा लिया था। जिसके कारण उसकी हालत बिगड़नी शुरू हो गई।
युवक शराब के नशे में देर रात घर पहुंचा था।
खाना खत्म हो जाने के कारण हो गया था गुस्सा
मृतक के भाई राजू ने बताया कि कुमार सानू शराब के नशे में देर रात घर पहुंचा था। इसके बाद खाना खाने किचन में गया, लेकिन किचन में खाना खत्म हो चुका था। खाना खत्म होने से वह गुस्से में आ गया और घर के किचन में रखे सारे सामान को फेंक दिया। उसके बाद उसने जहर खा लिया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
12 घंटे बाद पहुंची एंबुलेंस
वह किचन में बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था। परिजनों को लगा कि युवक शराब के नशे में पड़ा है, लेकिन जब पास जाकर देखा तो उसने जहर खाया हुआ था। उसने इसकी सूचना पास में रहने वाली मितानिन को दी। मितानिन ने मौके पर पहुंच 108 को फोन किया। रात को 108 पर फोन करने और जानकारी देने के लगभग 12 घंटे बाद एंबुलेंस उनके घर पहुंची, तब तक देर हो चुकी थी।
मृतक युवक के परिजन
समय पर एंबुलेंस पहुंचती तो बत सकती थी युवक की जान
वहीं 12 घंटे बाद संजीवनी एक्सप्रेस से युवक को जिला अस्पताल लेकर जाया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया कि अगर समय पर एंबुलेंस पहुंचती तो युवक को बचाया जा सकता था। फिलहाल कोरबा जिला अस्पताल पुलिस चौकी ने मामले को दर्ज कर जांच में जुट गई है।
108 ने आरोप को बताया गलत
108 के डिस्टिक कोऑर्डिनेटर शिवशन कुमार ने बताया कि 108 को सुबह 7:20 में इवेंट प्राप्त हुआ था। इसके बाद तत्काल मौके के लिए रवाना हुई और पीड़ित को जिला मेडिकल कॉलेज में लाकर भर्ती कराया गया। परिजनों ने इससे पहले किसी तरह का फोन नहीं किया है। 108 को जैसे ही सूचना मिलती है वह अपने गंतव्य के लिए रवाना हो जाती है ताकि समय रहते जान बचाई जा सके।