Saturday, May 18, 2024
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कोरबा: 20 फीट की ऊंचाई से गिरकर मजदूर की मौत.. पुताई का काम करते वक्त बिगड़ा संतुलन; कुसमुंडा खदान में लगातार होते हादसों पर उठे सवाल

कोरबा: जिले के कुसमुंडा खदान में मंगलवार शाम हुए हादसे में एक ठेका मजदूर की जान चली गई। खदान में समानता कंपनी के बनाए बंकर में 20 फीट की ऊंचाई पर चढ़कर मजदूर पुताई का काम कर रहा था। इसी दौरान उसका संतुलन बिगड़ा और वो वहां से सीधे जमीन पर गिर गया। मृतक का नाम महावीर सिंह कंवर (33 वर्ष) था, जो चुनचुनी बस्ती का रहने वाला था।

महावीर सिंह कंवर जब ऊंचाई से गिरा, तब उसकी सांसें चल रही थीं। गंभीर रूप से घायल मजदूर को वहां मौजूद अन्य कर्मचारी जिला अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक ने काम के दौरान सेफ्टी बेल्ट भी पहन रखा था, इसके बाद भी वो इतनी ऊंचाई से नीचे कैसे गिर गया, इसकी जांच की जा रही है। घटना की सूचना कुसमुंडा पुलिस को दे दी गई है।

ठेका मजदूर महावीर सिंह कंवर की मौत।

ठेका मजदूर महावीर सिंह कंवर की मौत।

कुसमुंडा थाना प्रभारी राजेश जांगड़े ने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। मामले की जांच की जा रही है और वहां काम कर रहे अन्य मजदूरों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। परिवार वालों से भी बात की जा रही है।

लगातार होते रहे हैं हादसे

ये कोई पहला मामला नहीं है जब SECL के कुसमुंडा खदान में इस तरह के हादसे हुए हैं। एक महीने पहले कुसमुंडा खदान में एक हेल्पर की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई थी। नारायणी कंपनी का ट्रक मिट्टी परिवहन का काम कर रहा था। वहीं ट्रक के सामने ही हेल्पर आराम से बैठा हुआ था। इसी बीच ड्राइवर ने ट्रक आगे बढ़ा दिया था, जिससे हेल्पर वाहन के पहिये के नीचे आ गया और उसकी दर्दनाक मौत हो गई थी। मृत हेल्पर का नाम राम चरण (22 वर्ष) था, जो पाली चैतम का रहने वाला था।

एक महीने पहले हुए हादसे में हेल्पर की हो गई थी मौत।

एक महीने पहले हुए हादसे में हेल्पर की हो गई थी मौत।

महीनेभर पहले ही कोरबा जिले के गेवरा SECL क्षेत्र में एक मजदूर की मौत हो गई थी। वहीं दूसरा मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया था। ग्राम मनगांव में रेलवे के माध्यम से कोयला परिवहन करने के लिए साइलो का निर्माण कर रही समानता कंपनी में ये हादसा हुआ था। कंपनी में रैक लोडिंग के लिए बनाए जा रहे बंकर में ऊंचाई पर कई मजदूर काम कर रहे थे। इनमें से कुछ मजदूर लोहे के एक बड़े से पिलर को दूसरे लोहे पर जमा रहे थे। इसी दौरान क्रेन में लटका हुआ लोहा अनियंत्रित हो गया था।

महीनेभर पहले भी सेफ्टी बेल्ट के सहारे लटक गए थे मजदूर, एक की हुई थी मौत।

महीनेभर पहले भी सेफ्टी बेल्ट के सहारे लटक गए थे मजदूर, एक की हुई थी मौत।

इससे ऊंचाई पर काम कर रहे मजदूर भी अपनी जगह से फिसल गए थे। इनमें से 2 मजदूर लोहे के बड़े-बड़े पिलर से जा टकराए थे और सैकड़ों फीट की ऊंचाई पर सेफ्टी बेल्ट से हवा में लटक गए थे। पिलर से टकराने के कारण एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई थी, वहीं दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया था।

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