राजस्थान: नागौर जिले में एक 9 साल के मासूम की हत्या का मामला सामने आया है। लड़के के पिता और परिजनों का कहना है कि खेत में रखवाली करने के दौरान वह फंदे में फंस गया और उसकी मौत हो गई। जबकि मां का कहना है कि उसके बेटे को पति और ससुराल वालों ने मिलकर मारा। मामला जिले के बड़ी खाटू थाने के पन्नापुरा गांव का है। मां की रिपोर्ट पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
संतोष(32) और नरसीराम(30) की शादी 11 साल पहले हुई थी। दोनों के बीच पिछले तीन साल से अनबन चल रही थी। तीन साल पहले वह अपने 6 साल के बेटे को लेकर अपने पीहर चुई चली गई। संतोष ने बताया कि रविवार शाम उसे ससुराल के लोगों ने सूचना दी कि उसका बेटा सुनील हॉस्पिटल में भर्ती है। लेकिन, जब वह जायल हॉस्पिटल पहुंची तो सुनील की मौत हो चुकी थी। संतोष ने बताया कि उसके पति नरसीराम, दादा हड़मानराम, दादी नैनी देवी, देवर हरेंद्र, ननंद सुमित्रा और मामा ससुर भंवरराम बांगड़ा ने मिलकर सुनील की हत्या कर दी। इधर, परिजनों का कहना था कि सुनील फंदे पर लटका हुआ मिला था। परिजनों ने जो कहानी बताई है उस पर पुलिस को भी शक है। पुलिस ने मां संतोष की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया है।
मां बोली: मुझे भी मारना चाहते थे, इसलिए ससुराल छोड़ दिया
संतोष का पति नरसीराम मार्बल फैक्ट्री में सुपरवाइजर का काम करता है। वहीं मामा ससुर बैंक में मैनेजर है। संतोष ने बताया कि ससुराल में उसके साथ मारपीट होती रहती थी। दहेज को लेकर भी परेशान किया। इसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ। अब जायल कोर्ट में भरण-पोषण को लेकर मामला चल रहा है। संतोष का कहना है कि ससुराल वाले उसे मारना चाहते थे। इसलिए वह ससुराल छोड़ पीहर में आ गई। इस बीच बड़े बेटे को भी साथ रखने को कहा तो ससुराल वालों ने मना कर दिया। उसका आरोप है कि ससुराल वालों ने ही सुनील को मार दिया। सुनील गांव के ही सरकारी स्कूल में चौथी क्लास में पढ़ता था।
बड़ी खाटू SHO ने बताया कि रविवार शाम को सूचना मिली थी कि 9 साल के बच्चे की खेत में फांसी लगने से मौत हो गई। वे मौके पर पहुंचे तब तक परिजन उसे हॉस्पिटल ले आए थे। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। एसएचओ ने बताया कि परिजनों का कहना है कि सुनील खेत में रखवाली कर रहा था। इसी दौरान किसी फंदे में वह अचानक फंस गया और उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि परिजनों की कहानी पर संदेह है। वहीं मां ने भी हत्या का मामला दर्ज करवाया है।