Sunday, October 5, 2025

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना की ‘रीढ़’ कहे जाने वाले मिग-21 एयरक्राफ्ट रिटायर होंगे, 62 साल पहले एयरफोर्स में शामिल हुआ था, 3 जंग में शामिल रहा; अब तक 400 क्रैश

नई दिल्ली/चंडीगढ़: भारतीय वायुसेना की ‘रीढ़’ कहे जाने वाले मिग-21 एयरक्राफ्ट 26 सितंबर को रिटायर हो जाएगा। 62 साल की सर्विस के दौरान इसने 1971 युद्ध, कारगिल और कई मिशनों में अहम भूमिका निभाई।

अब इसकी जगह तेजस LCA मार्क 1A को शामिल किया जाएगा। चंडीगढ़ एयरबेस में फाइटर जेट का विदाई दी जाएगी। इसके बाद विमान की सेवाएं आधिकारिक तौर पर खत्म हो जाएंगी।

मिग-21 जेट 1963 में पहली बार भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। यह भारत का पहला सुपरसोनिक जेट था यानी ये आवाज की गति (332 मीटर प्रति सेकेंड) से तेज उड़ सकता है।

फाइटर जेट की आखिरी 2 स्क्वाड्रन (36 मिग‑21) राजस्थान के बीकानेर में नाल एयरबेस पर तैनात है। इन्हें नंबर 3 स्क्वाड्रन कोबरा और नंबर 23 स्क्वाड्रन पैंथर्स के नाम से जाना जाता है।

मिग-21 जेट ने 1965 के भारत-पाक युद्ध, 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम और 1999 के कारगिल युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब इसकी जगह तेजस Mk1A फाइटर एयरक्राफ्ट लेंगे।

रक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 400 से ज्यादा मिग-21 विमान क्रैश हुए हैं। इसमें 200 से ज्यादा पायलट मारे गए गए हैं। इसी वजह से फाइटर प्लेन को ‘उड़ता ताबूत’ और ‘विडो मेकर’ कहा जाता है।

अक्टूबर 2023 में मिग-21 लड़ाकू विमान ने राजस्थान के बाड़मेर शहर के ऊपर से आखिरी बार उड़ान भरी थी।

अक्टूबर 2023 में मिग-21 लड़ाकू विमान ने राजस्थान के बाड़मेर शहर के ऊपर से आखिरी बार उड़ान भरी थी।

भारत ने 900 मिग-21 जेट खरीदे, अब केवल 36 बचे

भारत ने 900 मिग-21 फाइटर जेट खरीदे थे। इनमें से 660 हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने देश में ही बनाए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस समय भारतीय वायुसेना के बेड़े में सिर्फ 36 मिग-21 फाइटर जेट ही बचे हैं। इसने कई दशकों तक बेहतरीन सेवा दी।

2021 के बाद 7 बार क्रैश हुआ MIG-21

  • 5 जनवरी 2021: राजस्थान के सूरतगढ़ में मिग क्रैश हुआ था। इस हादसे में पायलट सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहा था।
  • 17 मार्च 2021: मध्य प्रदेश के ग्वालियर के पास एक मिग-21 बाइसन प्लेन क्रैश हुआ था। IAF ग्रुप कैप्टन की इस दुर्घटना में मौत हो गई थी।
  • 20 मई 2021: पंजाब के मोगा में मिग-21 की दूसरी दुर्घटना हुई। इस हादसे में पायलट की जान चली गई थी।
  • 25 अगस्त 2021: राजस्थान के बाड़मेर में मिग-21 एक बार फिर हादसे का शिकार हुआ। इस प्लेन क्रैश में पायलट खुद को बचाने में सफल रहा था।
  • 25 दिसंबर 2021: राजस्थान में ही मिग-21 बाइसन दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इस हादसे में पायलट की जान चली गई थी।
  • 28 जुलाई 2022: राजस्थान के बाड़मेर में मिग-21 विमान क्रैश हो गया। इस घटना में दो पायलट्स की जान चली गई थी।
  • 8 मई 2023: राजस्थान के हनुमानगढ़ में मिग-21 विमान क्रैश हो गया। पायलट सुरक्षित।
8 मई 2023 को राजस्थान के हनुमानगढ़ में मिग-21 क्रैश में 3 महिलाओं की मौत हो गई थी। इसके बाद विमान के पूरे बेड़े के उड़ान भरने पर रोक लगा दी थी।

8 मई 2023 को राजस्थान के हनुमानगढ़ में मिग-21 क्रैश में 3 महिलाओं की मौत हो गई थी। इसके बाद विमान के पूरे बेड़े के उड़ान भरने पर रोक लगा दी थी।

बालाकोट ​​​​​एयर स्ट्राइक में ​​विंग कमांडर अभिनंदन का MiG क्रैश हुआ था

फरवरी 2019 पुलवामा अटैक में भारत के 40 जवान शहीद हुए थे। इसके 2 हफ्ते बाद 26 फरवरी को वायुसेना ने मिराज जेट्स से बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंप पर एयर स्ट्राइक की थी।

विंग कमांडर अभिनंदन को 2019 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वीर चक्र से नवाजा गया था।

विंग कमांडर अभिनंदन को 2019 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वीर चक्र से नवाजा गया था।

इसके बाद पाकिस्तान ने 27 फरवरी को भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की। इस एरियल अटैक के बाद विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान का MiG-21 बाइसन भी क्रैश हो गया था। उन्हें पाकिस्तान ने बंधक बना लिया था। हालांकि बाद में भारत उन्हें वापस ले आया।

रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 का सबसे बड़ा ऑपरेटर रहा

मिग-21 को सोवियत संघ में बनाया गया था। इसे एयरफोर्स में 1963 में शामिल किया गया था।

मिग-21 को सोवियत संघ में बनाया गया था। इसे एयरफोर्स में 1963 में शामिल किया गया था।

रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर रहा है। 1964 में इस विमान को पहले सुपरसोनिक फाइटर जेट के तौर पर एयरफोर्स में शामिल किया गया था। शुरुआती जेट रूस में बने थे और फिर भारत ने इस विमान को असेंबल करने के राइट्स और टेक्नीक भी हासिल कर ली थी।

तब से अब तक मिग-21 ने 1971 के भारत-पाक युद्ध, 1999 के कारगिल युद्ध समेत कई मौकों पर अहम भूमिका निभाई है। रूस ने तो 1985 में इस विमान का निर्माण बंद कर दिया, लेकिन भारत इसके अपग्रेडेड वैरिएंट का इस्तेमाल करता रहा।



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