
इस्लामाबाद: 9 मार्च को भारत की तरफ से गलती से चली मिसाइल पर पाकिस्तान में बवाल जारी है। यह सब ऐसे वक्त हो रहा है जब मुल्क का सियासी पारा भी बेहद गर्म है और इमरान सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होने वाली है। इस बीच, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पाकिस्तान ने मिसाइल का वक्त रहते पता न लगाने के आरोप में एयरफोर्स डिप्टी चीफ और दो एयर मार्शल्स को बर्खास्त कर दिया है।
भारत में पाकिस्तान के एम्बेसेडर रह चुके पूर्व डिप्लोमैट और स्ट्रैटेजिक एक्सपर्ट डॉक्टर अब्दुल बासित ने पाकिस्तान की फिक्र में और इजाफा कर दिया। बासित ने कहा- भारत कुछ बेहद खतरनाक प्लान कर रहा है और हमें वक्त रहते सतर्क हो जाना चाहिए।
वक्त पर एक्शन क्यों नहीं
सबसे ज्यादा सवाल यह उठाया जा रहा है कि पाकिस्तान की एयरफोर्स (PAF) भारत से दागी गई मिसाइल पर दो दिन बाद क्यों एक्शन में आई। मिसाइल फायर होते ही उसका डिटेक्शन क्यों नहीं किया जा सका। कुछ लोग यह भी पूछ रहे हैं कि यह तो बेहद छोटी और अनआर्म्ड मिसाइल थी, अगर यह आर्म्ड और बड़ी मिसाइल होती तो क्या होता? सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे अकाउंट्स को ब्लॉक भी किए जाने की खबरें में जिनमें पाकिस्तानी सेना या एयरफोर्स के साथ ही सरकार पर भी सवाल उठाए जा रहे थे।
क्या एक्शन हुआ
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भारतीय मिसाइल के पाकिस्तानी एयरस्पेस में घुसने और 124 किलोमीटर अंदर आकर मियां चुन्नू इलाके में गिरने के बाद पाकिस्तानी फौज में भी खलबली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयरफोर्स के वाइस चीफ और दो एयर मार्शल्स को बर्खास्त कर दिया गया है। हालांकि, इसे जबरिया रिटायरमेंट नाम दिया गया है।
1 मार्च को फौज की मीडिया विंग ISPR के अलावा अब तक किसी और का रिएक्शन नहीं आया। हालांकि, सियासी फायदा लेने के लिए इमरान खान और उनके मंत्री इस मामले को उछाल रहे हैं।

कौन सी थी मिसाइल
पाकिस्तान के जर्नलिस्ट मोहम्मद इब्राहिम काजी ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि भारत से छोड़ी गई मिसाइल का नाम ब्रह्मोस है। इसकी रेंज 290 किलोमीटर है। इंडियन एयरफोर्स इसका स्टॉक राजस्थान के श्रीगंगानगर में रखती है। हालांकि, पाकिस्तानी फौज का दावा है कि यह मिसाइल हरियाणा के सिरसा से दागी गई।
भारत के इरादे खतरनाक
भारत में पाकिस्तान के हाईकमिश्नर रह चुके अब्दुल बासित को गलती से चली मिसाइल में भारत की खतरनाक साजिश नजर आ रही है। बासित ने सोशल मीडिया पर कहा- जरा याद कीजिए। 22 फरवरी 1994 को भारत की संसद में एक प्रस्ताव पारित किया गया था। इसमें कहा गया था कि उन्हें POK (पाकिस्तानी कब्जे वाला कश्मीर) वापस लेना है। कहीं, खाली मिसाइल दागकर पाकिस्तानी फौज की तैयारियों का जायजा तो नहीं लेना चाहता था? अगर हां, तो यह बेहद खतरनाक खबर है। हो सकता है भारत भी उसी रास्ते पर चलना चाहता हो, जो यूक्रेन में रूस ने किया है। दुनिया को दिखाने के लिए वो किसी का पक्ष नहीं ले रहा है।
