Thursday, April 25, 2024
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पाकिस्तानी हिन्दुओं ने लगाई भारत सरकार से गुहार…. कहा- हमें वीजा दीजिए नहीं तो हमारा यहां बच पाना मुश्किल है

रायपुर: पाकिस्तान में बिगड़े हालातों के बीच वहां के हिंदुओं ने भारत सरकार से वीजा की गुहार लगाई है। सिंध प्रांत से भारत में अपने संबंधियों और पहचान वालों को लगातार भेजे जा रहे संदेशों में पाकिस्तानी हिंदू अपनी तकलीफ का बयान कर रहे हैं।

रायपुर में भी सिंधी काउंसिल को वहां के अनेक लोगों ने संदेश भेजकर कहा है कि अगर यहां रहे तो ना धर्म बचेगा और ना ही इज्जत। जबरन धर्म परिवर्तन से लेकर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का शिकार बनाया जा रहा है। आखिर वहां कैसे हैं हालात, जानिए उन्हीं के शब्दों में…

बेटी के अपहरण का केस करने गए तो डीएसपी बोले-घर जाओ, उसने इस्लाम कबूल कर लिया
“पाकिस्तान में हिंदू बच्चियों का कोई रखवाला नहीं। यह मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि ऐसा मेरे साथ हुआ है। रमजान से पहले मेरी 13 साल की बेटी लक्ष्मी को स्कूल से लौटते समय उठा लिया गया। जब मैं पुलिस के पास गया तो डीएसपी बोले- तुम्हारी बच्ची ने मौलवी मुनीर अहमद के सामने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल किया है। मैंने उनसे कहा कि मेरी बच्ची से सिर्फ पहला कलमा सुनवा दीजिए। मैं मान लूंगा कि उसने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल किया है। लेकिन पुलिस कुछ सुनने को तैयार नहीं थी। मुझसे कहा- हंगामा करोगे तो पूरा परिवार खतरे में पड़ जाएगा। फिर अगले ही दिन खबर आई कि मेरी बच्ची का इम्तियाज अली के साथ निकाह हो गया। मैं परिवार के सदस्यों के साथ भारत आना चाहता हूं। मुझे वीजा दीजिए। यहां तो न मेरा धर्म बचा और न इज्जत। अगर मैं पहले ही पाकिस्तान छोड़ देता तो मेरी लक्ष्मी आज आयशा बीबी ना कहलाती।” – पहलवान भाट, सिणधरी, मीरपुर खास, सिंध, पाकिस्तान।

घर से बाहर नहीं निकल पातीं बेटियां ना पुलिस सुनती है और ना ही जज
“मैं एक पाकिस्तानी हिंदू और रिटायर्ड डॉक्टर हूं। यहां हमारी बेटियां बहुत तकलीफ में हैं। चाहे कितनी भी इमरजेंसी हो हिंदू महिलाएं घरों से बाहर नहीं निकल पाती। उन्हें हमारे लौटने का इंतजार करना पड़ता है। राह चलते कभी भी, कोई भी उठा लेता है। मेरी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री डॉ. एस.जयशंकर से सिर्फ यही दरख्वास्त है कि इस्लामाबाद के भारतीय दूतावास में हिंदुओं और सिखों के जितने भी एप्लीकेशन पेंडिंग है, उन्हें जल्द वीजा दें। दो-दो, तीन-तीन साल से आवेदन पड़े हैं। मेरा भांजा पूरे परिवार के साथ भारत आने के लिए 2 साल से वीजा मांग रहा है। कुछ ही दिनों पहले मेरी भांजी को उठाकर इस्लाम कुबूल करवा दिया गया। पुलिस ने हमारी मदद नहीं की। हम कोर्ट में गए। वहां मेरी भांजी ने कहा कि उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है। लेकिन जज ने भी उसकी बातें नहीं सुनी।” – डॉक्टर बीरू लूंद, कराची, पाकिस्तान।

वीजा दिलाने सिंधी काउंसिल कर रहा प्रयास
सिंधी काउंसिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान से भारत आने की कोशिश कर हिंदू परिवारों के लिए वीजा नियमों में ढील देने की अपील की है। काउंसिल के छत्तीसगढ़ अध्यक्ष ललित जयसिंह ने कहा कि पाकिस्तान से भारत आने की कोशिश कर रहे हिंदुओं की मदद के लिए हम हर स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। हमने पिछले दिनों रायपुर के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।

छत्तीसगढ़ इकाई के प्रयासों पर ही केंद्र ने भारत में पहले से रह रहे एेसे परिवारों का पैन कार्ड, पासपोर्ट और आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए वित्त मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय को पत्र लिखा है।

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