- युक्तियुक्तकरण से शिक्षा की गुणवत्ता में होगा सुधार
रायपुर: शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं के अतिशेष प्रधान पाठकों, शिक्षकों और सहायक शिक्षकों की काउंसलिंग प्रक्रिया आज जांजगीर जिला मुख्यालय स्थित ऑडिटोरियम और पीएमश्री स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय क्रमांक 01, जांजगीर में संपन्न हुई। इस अवसर पर शिक्षा संभाग बिलासपुर के संयुक्त संचालक श्री मुकेश मिश्रा, एसडीएम जांजगीर श्री सुब्रत प्रधान, एसडीएम चांपा श्री सुमित बघेल, एसडीएम अकलतरा श्री विक्रांत अंचल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अश्वनी कुमार भारद्वाज, डीएमसी श्री आर.के. तिवारी तथा सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि काउंसलिंग प्रक्रिया में 18 अतिशेष प्रधान पाठक, 196 शिक्षक तथा 436 सहायक शिक्षक सम्मिलित हुए। जिसमें प्राथमिक शालाओं से 13 प्रधान पाठक और 436 सहायक शिक्षक, पूर्व माध्यमिक शालाओं से 5 प्रधान पाठक और 196 शिक्षकों की काउंसलिंग की गई। काउंसलिंग के दौरान शिक्षकों को वरिष्ठता के क्रम में रिक्त पदों की सूची से अपनी पसंद के विद्यालय का चयन करने का अवसर दिया गया। चयन के पश्चात उन्हें तत्काल पदस्थापना आदेश पत्र सौंपा गया।
युक्तियुक्तकरण से शिक्षकों की कमी होगी दूर
इस काउंसलिंग प्रक्रिया के माध्यम से जहां अतिशेष शिक्षकों का समायोजन हुआ, वहीं शिक्षक विहीन और आवश्यकता वाले विद्यालयों को योग्य शिक्षक उपलब्ध हो सके। इससे न केवल शिक्षकों की कमी पूरी होगी, बल्कि राज्य सरकार के शिक्षा सुधार के प्रयासों को भी मजबूती मिलेगी। काउंसलिंग की संपूर्ण प्रक्रिया पारदर्शिता और न्यायसंगत वरिष्ठता प्रणाली के आधार पर संचालित की गई, जिससे शिक्षकों को संतुष्टि और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा।

(Bureau Chief, Korba)