रायपुर: राज्य सरकार की महतारी वंदन योजना आज उन जरूरतमंद महिलाओं के लिए संबल बनकर उभरी है, जो आर्थिक अभाव और पारिवारिक चुनौतियों का सामना कर रही हैं। योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को प्रतिमाह 1000 रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे न केवल उनकी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति हो रही है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और सम्मान की भावना भी बढ़ी है।

जिले की जरहाभाठा मिनी बस्ती निवासी श्रीमती शिवानी पटेल और श्रीमती अहिल्या बाई भी उन्हीं महिलाओं में शामिल हैं, जिनके जीवन में यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। शिवानी पटेल बताती हैं कि घर की जिम्मेदारियाँ और बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाना पहले उनके लिए बेहद कठिन था। उन्होंने कहा, “महतारी वंदन योजना से मिलने वाली सहायता राशि से मैं समय पर घर का राशन और बच्चों की जरूरत का सामान खरीद पाती हूँ। इससे आत्मनिर्भरता एवं आत्मविश्वास दोनों में वृद्धि हुई है।
इसी प्रकार श्रीमती अहिल्या बाई, जो वर्षों से दूसरों के घरों में काम कर किसी प्रकार अपना गुजारा कर रही थीं, योजना को अपने जीवन का बड़ा सहारा मानती हैं। वे कहती हैं, उम्र के इस पड़ाव पर काम करना मुश्किल है। ऐसे में सरकार से मिलने वाली मदद हमारे जैसे गरीबों के लिए अत्यंत उपयोगी है। अब छोटी-छोटी जरूरतों के लिए किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ता। दोनों हितग्राहियों का मानना है कि महतारी वंदन योजना ने उन्हें सिर्फ आर्थिक सहायता ही नहीं दी, बल्कि सम्मान और हौसला भी प्रदान किया है। वे बताती हैं कि जब बच्चे उनसे कुछ मांगते हैं, तो वे खुशी-खुशी उनकी आवश्यकताओं को पूरा कर पाती हैं।
उल्लेखनीय है कि महतारी वंदन योजना की 18वीं किश्त हाल ही में जारी की गई है, जिसका लाभ प्रदेश की 70 लाख महिलाओं को प्राप्त हो रहा है। महतारी वंदन योजना से जुड़कर आज शिवानी पटेल और अहिल्या बाई जैसी अनेक महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं, बल्कि आत्मसम्मान के साथ जीवनयापन करते हुए आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर हो रही हैं।

(Bureau Chief, Korba)