ये आदेश रायपुर SP ने जारी किया है।
रायपुर: SP संतोष कुमार सिंह ने 20 इंस्पेक्टरों का ट्रांसफर किया है, जिसमें कई थाना प्रभारियों के थाने में बदलाव किए गए हैं। वहीं आरंग, मौदहापारा, खम्हारडीह के थाना प्रभारियों को हटा दिया गया है। साथ ही लूप-लाइन के 4 इंस्पेक्टरों को अलग-अलग थाने की जिम्मेदारी दी गई है।
बताया जा रहा है कि आरंग में 3 युवकों की हत्या के मामले ने बड़ा तूल पकड़ा, जिससे पुलिस की कार्यशैली में लगातार सवाल उठे। हालांकि तत्कालीन आरंग थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह श्याम ने इस मामले में 4 आरोपियों की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई। बावजूद प्रशासनिक कारणों के हवाले से उन्हें जीविशा में जिम्मेदारी सौंपी गई।
मौदहापारा भी रहा लगातार डिस्टर्ब
बीते 1 महीने से मौदहापारा थाने में भी लगातार बवाल होता रहा। मेकाहारा में एक गर्भवती महिला पर गार्ड ने थप्पड़ जड़ दिया। आरोप लगे कि पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की। इसके अलावा स्थानीय गुंडों ने इलाके में दुकानदारों से दिनदहाड़े मारपीट की, जिसका CCTV फुटेज भी सामने आया, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ।
इसी तरह लेडी डॉन मुस्कान रात्रे के घर से जलता गैस सिलेंडर फेंक दिया गया, जिसके बाद मोहल्ले में जमकर तनावपूर्ण स्थिति बनी। चर्चा है कि सिलसिलेवार हुई इन घटनाओं के बाद थाना प्रभारी मनोज नायक को हटाया गया है।
खम्हारडीह में भी जमकर चाकू चले
इसी तरह खम्हारडीह थाना इलाके में भी लड़कों के बीच आपसी मारपीट के दौरान जमकर चाकू चले। आरोप लगे कि गम्भीर हालात में जख्मी जब थाने पहुंचे तो आरोपियों पर सिर्फ मारपीट की धारा लगाई गई, जिससे पुलिस के खिलाफ आक्रोश फैला। फिलहाल वहां की थाना प्रभारी श्रुति सिंह को भी पुलिस नियंत्रण कक्ष भेज दिया गया है।
लाइन के 3 इंस्पेक्टरों को थाना का जिम्मा
आदेश में इंस्पेक्टर मल्लिका बैनर्जी तिवारी, सुनील दास, राजेन्द्र दीवान कुछ शहर के तीन अलग-अलग थानों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये थाने पंडरी, आमानाका और धरसींवा है। इसके अलावा रक्षित केंद्र के इंस्पेक्टर विशाल कुजूर को यातायात भेजा गया है।
देखिए आदेश-
(Bureau Chief, Korba)