कांकेर: तमिलनाडु के करूर जिले में बंधक बना लिए गए कांकेर जिले के 15 श्रमिकों को रेस्क्यू कर सकुशल कांकेर लाया गया है। कांकेर जिला प्रशासन ने उनकी मजदूरी की राशि साढ़े 3 लाख रुपए दिलाने में भी सफलता हासिल की है। मच्छरदानी बनाने की कंपनी बीकेबी पालीमर्श में इन 15 लोगों से पिछले 6 महीनों से बिना वेतन काम करवाया जा रहा था।
15 लोगों में 8 पुरुष और 7 लड़कियां हैं, जिनमें 3 नाबालिग भी शामिल हैं। जिला पंचायत कांकेर के अध्यक्ष हेमंत ध्रुव ने बताया कि फैक्ट्री में फंसे एक मजदूर ने उन्हें फोन कर जानकारी दी कि हम लोग कांकेर जिले के निवासी हैं। वे कुल 15 लोग हैं, जो तमिलनाडु के करूर जिले में काम करने आए थे, लेकिन उनसे बिना वेतन के पिछले 6 महीनों से काम कराया जा रहा है, साथ ही उन्हें वापस भी नहीं लौटने दिया जा रहा, तो उन्हें छुड़ाया जाए। वे घर वापस लौटना चाहते हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष की सूचना पर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तत्काल टीम गठित कर रेस्क्यू के लिए भेजा। टीम ने तमिलनाडु के करूर जिले में स्थित बीकेबी पालीमर्श फैक्ट्री के अलग-अलग दो यूनिटों में दबिश देकर कांकेर जिले के फंसे 15 लोगों को रिहा करवाया। उनकी बची हुई मजदूरी भी फैक्ट्री प्रबंधन से दिलवाई गई। वापस लाए गए सभी लोग कांकेर जिले के अंतागढ़ तहसील के आमाबेड़ा क्षेत्र के बताए जा रहे हैं। सभी को जगलदपुर के एक व्यक्ति ने 8 से 9 हजार रुपए वेतन का लालच दिया था और अपने साथ तमिलनाडु लेकर गया था।