बिलासपुर: साइबर फ्रॉड ने रियल एस्टेट कारोबारी बनकर रिटायर्ड CSEB अधिकारी से 12 लाख 30 हजार रुपए की ठगी कर ली। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। रिटायर्ड अफसर प्लॉट खरीदकर इन्वेस्टमेंट करना चाहते थे। अनजान व्यक्ति ने अपने आप को उनका परिचित बताया और रायपुर में रियल एस्टेट का कारोबार करने की जानकारी दी। उसके झांसे में आकर रिटायर्ड अफसर ठगी का शिकार हो गए। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
जगदंबा कालोनी ड्रीम इंपिरिया में रहने वाले जान नेलसन CSEB के रिटायर्ड अफसर हैं। उनके मोबाइल में 18 मार्च की रात अनजान नंबर से काल आया। फोन करने वाले ने उन्हें बताया कि वे उनके परिचित के हैं। उसने रिटायर्ड अफसर को बताया कि वह रायपुर का रियल एस्टेट कारोबारी देवेंद्र साहू है। पूर्व परिचित होने की बात सुनकर रिटायर्ड अफसर उनकी बातों में आ गए। तब उन्हें पता नहीं था कि वह किसी ठग के झांसे में आ गए हैं। ठग ने बातचीत के दौरान उन्हें भरोसे में लेकर उनके बैंक एकाउंट की जानकारी ले ली। इसके साथ ही अपने मोबाइल पर आए बार कोड को स्केन कर दिया।
UPI आईडी स्कैन कर ट्रांसफर किए रुपए
रिटायर्ड अफसर ने पुलिस को बताया कि दरअसल, उन्होंने रायपुर में प्लॉट और मकान खरीदने की योजना बनाई थी। इसके लिए उनकी रियल एस्टेट कारोबारी से चर्चा चल रही थी। तभी अनजान नंबर से फोन करने वाले ने रियल एस्टेट कारोबारी देवेंद्र साहू का नाम लिया और पूर्व परिचित के होने की जानकारी दी। देवेंद्र साहू का नाम सुनकर वे भरोसे में आ गए। अपने मोबाइल पर यूजर आईडी स्केन करवा कर ठग ने प्रोफाइल और पासवर्ड ले लिया। इसके साथ ही पहले उन्हें दो लाख रुपए ट्रांसफर करने के लिए कहा। उनके दो लाख रुपए ट्रांसफर करने के बाद ठग ने उनके खाते से 7 लाख और ट्रांसफर कर लिया। फिर उनके दूसरे बैंक अकाउंट से भी रुपए ट्रांसफर कर लिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि ठग ने उनके खातों से 12 लाख 30 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिया है।
साइबर पोर्टल में ऑनलाइन दर्ज कराई थी शिकायत
रिटायर्ड अफसर ने TI परिवेश तिवारी को बताया कि बैंक खाते से 12 लाख 30 हजार रुपए ट्रांसफर होने की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने दूसरे ही दिन 19 मार्च को साइबर पोर्टल में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी। जिसका उनके पास पावती भी है। उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं होने और रुपए वापस नहीं मिलने पर थाने में शिकायत करने आए हैं। उनकी शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।