बिलासपुर: पटवारी हल्का नंबर 45 सकरी का पटवारी बीएस राजपूत, तहसीलदार और एसडीएम पर भारी पड़ रहा है। पटवारी राजपूत का तबादला पटवारी हल्का नंबर 17 राजपुर में हो गया है। तखतपुर एसडीएम ने 28 अप्रैल काे आदेश जारी कर नए जगह में तत्काल ज्वाइनिंग करने को कहा था, लेकिन पटवारी ने नई जगह पर अब तक ज्वाइनिंग नहीं की और पटवारी हल्का नंबर 45 सकरी में आने वाले पटवारी सूरज दुबे को भी चार्ज नहीं दे रहा है।
सोमवार को तहसील कार्यालय का कर्मचारी पटवारी राजपूत को नोटिस देने गया तो पटवारी का आफिस बंद मिला, ऐसे में कर्मचारी नोटिस लेकर पटवारी के घर गया, तो पटवारी राजपूत ने नोटिस लेने से मना कर दिया। ऐसे में कर्मचारी ने पटवारी के आफिस में नोटिस चस्पा कर लौट आया। अब पटवारी राजपूत ने स्वास्थ्यगत कारणों का हवाला देकर तहसीलदार को डाक से आवेदन भेजकर चार दिनों की छुट्टी मांगी है।
कई पटवारियों को नेताओं का संरक्षण
ऐसे कई पटवारी हैं, जिनके सर पर नेताओं का संरक्षण है। यही कारण है कि जब भी ऐसे कर्मचारियों का तबादला होता है तो नेतागीरी शुरू हो जाती है। पटवारी राजपूत के तबादले को लेकर भी नेतागीरी शुरू हो चुकी है। इनका ट्रांसफर रुकवाने नेता भी ताकत लगा रहे हैं।
एसडीएम का आदेश भी नहीं मान रहा पटवारी
राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण ही निचले स्तर के कर्मचारी भी अपने अफसरों का आदेश नहीं मान रहे हैं। तखतपुर एसडीएम ने 28 अप्रैल को चार पटवारियों का तबादला आदेश जारी कर शीघ्र ही नए जगहों पर ज्वाइनिंग देने को कहा था, लेकिन सकरी पटवारी राजपूत तो अपने ही अफसर भारी पड़ रहा है।