- हाथी आतंक से निर्मित होने वाले भय के वातावरण से मिली ग्रामीणों को निजात
- ग्रामीणों ने कहा हाई मास्क लाइट के लगने से जान व माल की सुरक्षा में यह प्रकाश व्यवस्था अहम कड़ी होगी साबित
बालोद: जिले के बालोद विकासखण्ड के अनेक ग्राम पंचायतों में लम्बे अरसे से समय-समय पर जंगली हाथियों की धमक होती रही है। देवारभाट, तालगांव, मटिया बी, मुल्लेगुड़ा, नर्रा एवं इनके 12 से अधिक आश्रित ग्राम, पारा, टोला में जंगली क्षेत्र से हाथियों का दल भोजन पानी की तलाश में बस्तियों के निकट वक्त बेवक्त आ जाते थे एवं खेत जलाशय, घरों, मुहल्लों, बाड़ी को नुकसान पहुॅचाने के साथ, जान व माल की नुकसान होता है जिससे यहाॅ सामान्य जनजीवन के समक्ष एक कठिन चुनौती उत्पन्न हो रही थी।
हाथियों की यह समस्या तब और विकराल रूप ले रही थी जब हाथी दल की धमक अंधेरे में हो इस डर के कारण इन क्षेत्रों में ग्रामीण अंधेरा होने के बाद किसी भी कार्य हेतु घर से बाहर जाने से भयभीत होते व बचते थे। ग्रामीणों के द्वारा समय-समय पर शासन-प्रशासन वन विभाग एवं जन प्रतिनिधियों के समक्ष लम्बे समय से इस समस्या के निदान हेतु हाथी प्रभावित इन क्षेत्रों में रात्रिकालीन प्रकाश व्यवस्था की मांग उठती रहती है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के जिले के प्रवास व क्षेत्रीय कार्यक्रमों में भी आमजनों के द्वारा इस समस्या को प्रमुखता से उठाया गया। मुख्यमंत्री के द्वारा इसके निराकरण हेतु आश्वासन व प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिये गये थे। जिसके परिपालन में कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा पूरे संवेदनशीलता व तत्परता से समस्त हाथी प्रभावित ग्रामों, पारा टोला में जिला खनिज न्यास निधी योजना से सौर उर्जा संचालित हाई मास्क लाईट स्थापना प्रमुख चिन्हाकित स्थानों पर की गई जिससे अब वहां अंधेरे के समय में हाथी आतंक से निर्मित होने वाले भय के वातावरण से निजात मिली एवं जान व माल की सुरक्षा में यह प्रकाश व्यवस्था अहम कड़ी साबित हुई । शासन एवं प्रशासन की इस प्रकार की सजगता संवेदनशीलता व तत्परता निश्चित तौर पर एक अत्यंत सराहनीय पहल है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री की पहल पर हाथी प्रभावित क्षेत्रों में सोलर लाईट लगने पर उनके प्रति धन्यवाद और आभार व्यक्त किया।
सरपंच ग्राम पंचायत मुल्लेगुड़ा के सरपंच श्री जितेन्द्र कुमार पटेल ने बताया की हाथियों के विचरण से ग्रामीणों में भय का माहौल था परंतु अब रात्रि व भोर में ग्रामीण भय मुक्त होकर दैनिक क्रियाकलाप कर पातें हैं निश्चित तौर पर यह सराहनीय प्रयास है। इसी प्रकार ग्रामीण श्री संतोष मांडवी, श्री कमल सिंह गोटा, श्रीमती छेडिया बाई निषाद ने बताया की हमारा गांव दुरस्थ वनांचल में स्थित है, हमारी समस्याओं को समझकर त्वरित रूप से प्रकाश व्यवस्था करके प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल एवम जिला प्रशासन बालोद ने संवेनशीलता का परिचय दिया हम सब बहुत खुश है और उन्हें धन्यवाद देतें है।