Tuesday, May 7, 2024
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छत्तीसगढ़: राज्य स्थापना दिवस विशेष: कमजोरी को बनाई ताकत, छत्तीसगढ़ कृषि से लेकर उत्पादन और ऊर्जा में हुआ आत्मनिर्भर, अधोसंरचना में भरपूर काम तथा सड़कों का जाल…

रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य 1 नबंवर 2000 को बना और 22 वर्षों की सबसे खास बात यह रही कि राज्य बनते समय जिन मामलों में कमजोर थे, वही बड़ी ताकत बन चुकी है। राज्य बनने से पहले यहां घंटों बिजली कटौती होती थी, लेकिन अब इस मामले में छत्तीसगढ़ सरप्लस तो है ही, दूसरे राज्यों की बिजली की कमी भी पूरी कर रहा है। सिंचाई साधनों के अभाव में यहां धान का उत्पादन केवल 47 लाख टन था जो इस साल करीब एक करोड़ टन पर पहुंच गया है। सुविधाओं और कच्चे माल की कमी से पूरे प्रदेश में कोर सेक्टर से लेकर मिनी प्लांट तक केवल 545 इकाईयां थीं, जो बढ़कर 2218 हो चुकी हैं और स्टील के मामले में छत्तीसगढ़ ने पूरे देश को ताकत दिखाई है।

राज्य ने लगभग सभी क्षेत्रों में तरक्की की है। अनाजों के मामले में तो राज्य आत्मनिर्भर बन चुका है। 2000 में जहां राज्य में 3.6 लाख किसान रजिस्टर्ड थे, आज 24.5 लाख किसान दर्ज हो चुके हैं। 22 सालों में 20 लाख किसान बढ़ गए। कृषि ही नहीं, बल्कि आधारभूत संरचनाओं में भी काफी विकास हुआ है। जब राज्य बना था, तब 11 हजार किलोमीटर से ज्यादा कच्ची सड़कें राज्य में थीं, आज ये केवल 2500 किलोमीटर ही बची रह गई है। इस चार्ट के जरिए आप दस प्रमुख क्षेत्रों में जान सकते हैं कि किन क्षेत्रों में कितना विकास हुआ है।

22 साल के विकास को ऐसे समझें

22 साल के विकास को ऐसे समझें

खेती, बिजली और उद्योगों में सबसे ज्यादा तरक्की

राज्य स्थापना दिवस पर पाठकों के बीच इस मुद्दे पर सर्वे किया कि छत्तीसगढ़ जिन क्षेत्रों में आगे बढ़ा है, उन्हें 1 से 10 के बीच नंबर दीजिए। लोगों की ओर से दिए गए नंबरों के आधार पर समझ सकते हैं कि छत्तीसगढ़ ने किस सेक्टर में कितनी तरक्की की।

लोगों ने कई सेक्टरों को दिए अच्छे नंबर- सर्वे में कृषि, बिजली, स्वास्थ्य और सड़क ऐसे सेक्टर हैं जिन्हें 10 नंबर ज्यादा संख्या में लोगों ने दिए हैं। इनके अलावा उद्योग, इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्यटन और खेल सुविधाएं ऐसे सेक्टर हैं जिन्हें सर्वे में शामिल लोगों ने बड़ी संख्या में 8 और 9 नंबर दिए हैं। रोजगार को अच्छे नंबर देने वालों की भी काफी संख्या है, लेकिन केवल 1 नंबर देने वाले लोग भी 28 प्रतिशत हैं। बिजली ऐसा क्षेत्र है जिसे 1 नंबर देने वालों की संख्या सबसे कम 5 फीसदी है।

कुछ सुझाव भी

  • शिक्षा मुफ्त और रोजगारपरक हो
  • कृषि प्रोसेसिंग उद्योग को बढ़ावा मिले
  • गोबर से रोजगार की तरह नए प्रयोग हों
  • लोगों का आर्थिक बोझ और घटाएं।

साहित्य, पत्रकारिता कला से जुड़ी विभूतियों को राज्य अलंकरण
छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने राज्य अलंकरण के लिए चयनित नामों की घोषणा की। इस बार अलग-अलग 33 श्रेणियों में पुरस्कार दिये जा रहे हैं। आंचलिक साहित्य के क्षेत्र में पं. सुंदरलाल शर्मा पुरस्कार से रामेश्वर वैष्णव को तथा सहकारिता के क्षेत्र में अशोक अग्रवाल को ठाकुर प्यारेलाल सिंह सम्मान दिया जाएगा। सिनेमा के क्षेत्र में योगदान के लिए मनु नायक को किशोर साहू सम्मान से नवाजा जाएगा।

वहीं पत्रकारिता के लिए धनंजय वर्मा तथा चार अन्य पत्रकारों को राज्य पुरस्कारों से नवाजा गया है। डॉक्टर मीरा शुक्ला को मिनी माता सम्मान, समाजसेवी सीताराम अग्रवाल को पं. रविशंकर शुक्ल सम्मान और वेदमणी ठाकुर को चक्रधर सम्मान दिया गया है। कुछ श्रेणियों में संयुक्त रूप से भी अलंकरण घोषित किया गया है। सभी को मंगलवार शाम आयोजित राज्य अलंकरण समारोह में राज्यपाल अनुसुईया उइके सम्मानित करेंगी।

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