सरगुजा: जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र में दो ग्रामीण भालुओं के हमले का शिकार हो गए। अलग-अलग स्थानों पर भालुओं के हमले का शिकार हुए महिला एवं पुरूष तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए जंगल में गए थे। भालुओं के हमले में घायल दोनों का उपचार मेडिकल कालेज हॉस्पिटल अंबिकापुर में किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, बुधवार की शाम करीब 6 बजे करीब ग्राम झिरमिटी निवासी अजय ठाकुर के परिवार के लोग झिरमिटी के जंगल में तेंदूपत्ता तोड़कर एकत्र कर रहे थे। अजय ठाकुर तेंदूपत्ता को बांधने के लिए बरगद की रस्सी निकाल रहा था, इसी दौरान भालू ने उस पर हमला कर दिया। भालू ने उसके हाथ, पैर, सिर व कमर में नोच लिया।
महिला पर भी भालू ने हमला कर किया घायल
गंभीर रूप से घायल, रायपुर रेफर
हमले में अजय ठाकुर गंभीर रूप से घायल हो गया। शोर सुनकर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे तो भालू भाग निकला। गंभीर रूप से घायल को तत्काल सीएचसी उदयपुर लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला चिकित्सालय अंबिकापुर रेफर किया गया। अंबिकापुर से उसे रायपुर रेफर कर दिया गया है।
पेंड्रामार जंगल में महिला पर भालू का हमला
एक अन्य घटना में गुरुवार की सुबह 5.30 बजे फुलमेत (40) निवासी बासेन तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए अन्य लोगों के साथ पेंड्रामार जंगल गई थी। तेंदूपत्ता तोड़ने के दौरान भालू ने महिला पर हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से महिला अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ी। भालू ने उसके हाथ, पैर, गर्दन व अन्य हिस्सों पर नाखून से नोंच लिया।
भालू के हमले के दौरान महिला चित अवस्था में पलटी, तब भालू उसे मरा हुआ समझकर छोड़कर चला गया। महिला ने अपने पास रखे मोबाइल फोन से गांव के ही मंगलसाय को घटना की सूचना दी। गांव के लोग मौके पर पहुंचे और उसे जिला चिकित्सालय अंबिकापुर ले जाया गया, जहां उसका उपचार जारी है।
अकेले जंगल में विचरण से बचने की सलाह
इलाके में लगातार भालुओं के हमले को लेकर उदयपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी कमलेश राय ने बताया कि तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए निकल रहे ग्रामीण भालूओं के हमले का शिकार हुए हैं। वनअमले द्वारा तेंदूपत्ता संग्राहकों को सलाह दी जा रही है कि शाम को जंगल की ओर न जाएं एवं अकेले जंगल जाने से बचें। घायलों को वनविभाग द्वारा सहायता राशि दी जा रही है।
(Bureau Chief, Korba)