Saturday, November 30, 2024
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सरगुजा : मां महामाया शक्कर कारखाना का संचालक मंडल भंग, सहकारिता पंजीयक ने किया भंग, सूरजपुर कलेक्टर को दिया गया कारखाना अध्यक्ष का प्रभार

सरगुजा: छत्तीसगढ़ शासन के सहकारिता विभाग पंजीयक द्वारा मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना के निर्वाति संचालक मंडल को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। शक्कर कारखाना का अध्यक्ष का कार्यभार सूरजपुर कलेक्टर को सौंपा गया है। यह कार्रवाई शक्कर कारखाने में मनमानी नियुक्ति एवं खरीदी में अनियमितता की शिकायत की जांच के बाद की गई है। निर्वाचित संचालक मंडल का कार्यकाल मात्र दो माह शेष था।

मां महामाया शक्कर कारखाना की स्थापना के करीब 10 साल बाद संचालक मंडल का निर्वाचन वर्ष 2019 में पूर्ववर्ती भूपेश सरकार के कार्यकाल में हुआ था। कारखाना संचालक में शेयर धारक गन्ना किसानों की सहभागिता बढ़ाने के लिए संचालक मंडल के चुनाव में विद्यासागर सिंह अध्यक्ष, जितेंद्र दुबे उपाध्यक्ष एवं शुगर मिल एसोसिएशन दिल्ली के सदस्य के रूप में कुमार सिंहदेव निर्वाचित हुए थे।

संचालक मंडल में 12 कार्यकारी सदस्यों का भी निर्वाचन किया गया था। संचालक मंडल का कार्यकाल अगस्त 2024 तक था। इसके पूर्व ही संचालक मंडल को पंजीयक, सहकारिता विभाग, रायपुर ने भंग कर दिया है।

सूरजपुर कलेक्टर को दिया गया अध्यक्ष का प्रभार

सूरजपुर कलेक्टर को दिया गया अध्यक्ष का प्रभार

शिकायतों पर कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, मां महामाया शक्कर कारखाना में अनियमितता की शिकायत पंजीयक, सहकारिता विभाग रायपुर को की गई थी। शिकायत में बोरा भराई व अन्य टेंडर में नियमितता, प्लांट के संचालन के लिए कर्मचारियों की मनमानी भर्ती, लेबर पेमेंट सहित अन्य शिकायतें शामिल हैं। इसे लेकर संचालक मंडल को नोटिस जारी किया गया था। नोटिस का जवाब पंजीयक को भेजा भी गया था।

संचालक मंडल के जवाब से असंतुष्ट पंजीयक ने संचालक मंडल को भंग कर सूरजपुर कलेक्टर रोहित व्यास को शक्कर कारखाने का अध्यक्ष का कार्यभार सौंप दिया है।

राजनीति से प्रेरित है कार्रवाई-विद्यासागर
शक्कर कारखाने के अध्यक्ष पद से हटाए गए विद्यासागर सिंह ने कहा कि पंजीयक, सहकारिता विभाग द्वारा कुछ बिंदुओं पर जवाब मांगा गया था। संचालक मंडल एवं विधि विशेषज्ञों से सलाह के बाद पंजीयक को जवाब भेजा गया था। इसके बावजूद निर्वाचित संचालक मंडल को भंग करना राजनीति से प्रेरित है। विधि विशेषज्ञों की सलाह लेकर आगे की रूपरेखा तय की जाएगी।

आदेश को चुनौती देंगे-सिंहदेव
शुगर मिल एसोसिएशन दिल्ली के सदस्य कुमार सिंहदेव ने कहा कि बोर्ड को उन आरोपों पर भंग किया गया है, जिसमें हम शामिल ही नहीं हैं। वर्तमान सरकार से जुड़े लोग शक्कर कारखाने में बैकडोर से प्रवेश करना चाहते हैं, इसलिए यह कार्रवाई की गई है।




Muritram Kashyap
Muritram Kashyap
(Bureau Chief, Korba)
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