- 27 मार्च को मेडिकल मेगा कैंप से होगा सूर्यांश शिक्षा महामहोत्सव का शुभारंभ
- 29 मार्च को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय नागरिक अलंकरण में करेंगे विशिष्ट हस्तियों का सम्मान
जांजगीर (BCC NEWS 24): तीन दिवसीय सूर्यांश शिक्षा महामहोत्सव का आयोजन 27 से 31 मार्च तक किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री माननीय विष्णुदेव साय के मुख्य आतिथ्य में आयोजित महामहोत्सव में विशिष्ट अतिथि के रूप जिले के प्रभारी मंत्री ओ.पी. चौधरी, जांजगीर सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत विधायक सक्ती, व्यास कश्यप जांजगीर चांपा, रामकुमार यादव चंद्रपुर, राघवेन्द्र सिंह अकलतरा, बालेश्वर साहू जैजैपुर, श्रीमती शेषराज हरबंश विधायक, श्रीमती सत्यलता आनंद मिरी, अध्यक्ष जिला पंचायत जांजगीर,जिला पंचायत बिलासपुर के अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, श्रीमती रेखा गढ़वाल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद जांजगीर, छबि लाल सूर्यवंशी, नगर पंचायत अध्यक्ष सारागांव सहित जिले के समस्त जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारी गण सम्मिलित होंगे। मुख्यमंत्री माननीय विष्णुदेव साय को आमंत्रित करने के लिए 23 मार्च 2025 को एक प्रतिनिधिमंडल ने रायपुर में उनसे भेंट किया जिसमें सूर्यवंशी समाज के विभिन्न पदाधिकारियों सहित गणमान्य सदस्य सम्मिलित रहे। प्रतिनिधिमंडल में नगर पालिका रतनपुर के पूर्व अध्यक्ष घनश्याम रात्रे, आर. एस. टाइगर, बजरंग लाल सोनवानी, लुकेश सूर्यवंशी, एम. आर. भौमना एवं भूपेंद्र तरूणाकर सहित अन्य सदस्य शामिल रहे।

महामहोत्सव के प्रथम दिवस 27 मार्च को मेडिकल मेगा कैंप का आयोजन किया गया है जिसमें विभिन्न बीमारियों के चिकित्सक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर के लिए उपलब्ध रहेंगे। जिला मुख्यालय के चिकित्सकों के अलावा बिलासपुर, कोरबा एवं रायपुर के मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पतालों के विशेषज्ञ भी निशुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान करेंगे। द्वितीय दिवस 28 मार्च को भव्य शुभारंभ के पश्चात कैरियर मार्गदर्शन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। 28 मार्च को शाम आठ बजे से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें गीतकार मीर अली “मीर” रायपुर से, हास्य व्यंग्य के सशक्त हस्ताक्षर रामबृक्ष गुप्ता नागपुर से, गीतकार किशोर तिवारी दुर्ग से, हास्य कवि गजराज दास महंत भिलाई से, हास्य व्यंग्य के कवि राकेश श्रीवास बिलासपुर से, श्रृंगार की सुप्रसिद्ध कवियित्री संतोषी महंत ‘श्रद्धा’ कोरबा से, श्रृंगार की प्रसिद्ध कवियित्री सोम प्रभा तिवारी ‘नूर’ करगी रोड से, हास्य व्यंग्य कवि शरद यादव सीपत बिलासपुर से, सुरीले गीतकार उमाकांत टैगोर कन्हाईबंद जांजगीर से, समकालीन कविता के कवि प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी बतौली (सरगुजा) से, ‘सबरस’ के कवि संतोष प्रधान कचंदा बाराद्वार से, ओज के कवि डॉ. यशवंत “यश” सूर्यवंशी दुर्ग से कविता पाठ करेंगे। कवि सम्मेलन का संयोजन एवं संचालन राष्ट्रीय कवि संगम जाँजगीर के जिला अध्यक्ष कवि सुरेश पैगवार करेंगे।
तृतीय दिवस 29 मार्च को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री माननीय विष्णुदेव साय के मुख्य आतिथ्य एवं प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों के विशिष्ट आतिथ्य में नागरिक अलंकरण सम्मान समारोह में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों का सम्मान किया जाएगा। इसके पश्चात जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों के द्वारा उपस्थित युवाओं को कैरियर मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। महामहोत्सव स्थल पर आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान अर्जित करने वाले प्रतिभागियों का सम्मान भी मुख्यमंत्री महोदय द्वारा किया जाएगा महामहोत्सव स्थल पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन दो श्रेणियों में होगा। प्रथम वर्ग कनिष्ठ श्रेणी में कक्षा छठवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थी एवं द्वितीय वर्ग स्नातक स्तर के प्रतिभागी सहभागिता करेंगे। इसके बाद प्रतिभा सम्मान, युवा सम्मेलन, शारीरिक सौंदर्य एवं सौष्ठव प्रतियोगिता, परिवार परिचय, सम्मान समारोह एवं रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण होगा।
महामहोत्सव के चतुर्थ दिवस 30 मार्च को समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से विशाल शिक्षा एवं संस्कार शोभायात्रा का आयोजन किया गया है। इस वर्ष “शिक्षा एवं संस्कार शोभायात्रा” “सूर्यांश धाम खोखरा” से निकल कर महा महोत्सव स्थल “सूर्यांश विद्यापीठ, सूर्यांश धाम- सिवनीं” तक पहुंचेगी जिसमें समाज में शिक्षा का अलख जगाने वाले पंच परमेश्वरों की झांकी सात सफेद घोड़ों पर आरूढ़ होकर शहर के मुख्य मार्गों से होकर महामहोत्सव स्थल सिवनी पहुंचेगे। महामहोत्सव स्थल पर समाज के युवक-युवतियों का आदर्श सामूहिक विवाह किया जाएगा।
उक्ताशय की जानकारी देते हुए प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी एवं हरदेव टंडन ने बताया कि 27, 28, 29, 30 एवं 31 मार्च 2025 को आयोजित महामहोत्सव का प्रचार-प्रसार गांव-गांव में किया जा रहा है। मेला स्थल पर विभिन्न स्टालों के माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा के नवाचारी गतिविधियों एवं शासन की अनेक योजनाओं को प्रदर्शित करने वाले स्टाल लगाया जाता है। महामहोत्सव स्थल का सौंदर्यीकरण उड़ीसा एवं स्थानीय कलाकारों सहित कई राज्यों के कलाकारों के द्वारा किया जा रहा है।

(Bureau Chief, Korba)