Tuesday, May 21, 2024
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BCC News 24: CG न्यूज़- स्वामी आत्मानंद स्कूल की घटना.. चौथी कक्षा के बच्चे ने पीछे मुड़कर दूसरे छात्र से बात की तो शिक्षक ने डस्टर फेंककर मारा, सिर पर आई चोट

भिलाई: धमधा तमेर पारा के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम मिडिल स्कूल में एक टीचर ने डस्टर फेंककर चौथी क्लास के बच्चे को इतना जोर से मारा कि उसका सिर ही फूट गया। बच्चा बिंटु भोंडेकर का कसूर सिर्फ इतना था कि वह पीछे मुड़कर अपने सहपाठी से बात कर रहा था। बच्चे के सिर से लगातार खून बहने लगा। इसके बाद भी उसे प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भी नहीं ले जाया गया। न ही उनके पालक को कोई सूवना दी गई।

खून को कपड़े से पोंछकर क्लास में ही बच्चे को बैठाए रखा गया। शाम 4 बजे छुट्टी होने पर उसे लेने जब पालक स्कूल पहुंचा तब बच्चा रोता हुआ बाहर निकला और पूरी घटना बताई। इस घटना से गुस्साए पालकों ने दूसरे दिन गुरुवार को स्कूल में विरोध दर्ज कराया। प्राचार्य की समझाइश और आरोपी टीचर प्रयोगशाला सहायक वेद प्रकाश वर्मा के माफीनामा के बाद मामला शांत हुआ।

इस मामले में प्राचार्य अनिता जोसेफ ने कहा कि छोटी-मोटी बात थी। पालक आए थे। सब निपट गया है। टीचर दूसरे बच्चे को डस्टर दे रहा था। वह बच्चा बीच में आ गया। इधर शिक्षा विभाग ने इस पूरे मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। प्राचार्य से प्रारंभिक जानकारी भी ली गई है। संबंधित शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। हालांकि शिक्षक ने इस तरह की घटना को होने से इंकार कर दिया है।

टीचर ने अपनी गलती मानी , हमने माफ कर दिया
बिंटु के दादा गणेश लाल भोंडकर का कहना कि हम बात नहीं बढ़ाना चाहते। आपसी राजीनामा हो गया है। शासन-प्रशासन टीचर के खिलाफ कोई कार्रवाई न करे। टीचर ने अपनी गलती के लिए लिखित में माफी मांग ली है। हमने माफ कर दिया। हमने कोई शिकायत नहीं की है।

चांटा नहीं मार सकते, कान भी नहीं खींच सकते
राइट टु एजुकेशन एक्ट में स्कूल में बच्चों के साथ की जाने वाली किसी भी तरह की प्रताड़ना को कॉर्पोरल पनिशमेंट माना गया है। अगर बच्चों का शारीरिक तौर पर किसी भी तरह से शोषण किया जाता है तो वह कॉर्पोरल पनिशनमेंट है। मारपीट बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।

सिर पर डस्टर लगा और मैं लहूलुहान हो गया : छात्र
पूजा मैडम का हिंदी की पीरियड था। मैडम क्लास में नहीं आई थी। अचानक सर पहुंचे। उन्होंने हम बच्चों को बस्ता पैक करने कहा। मैं अपना बस्ता पैक करते हुए पीछे मुड़ गया। मेरे सिर पर कनपटी के पास जोर से कुछ लगा। मुझे कुछ समझ नहीं आया। खून निकलने लगा। मैं लहूलुहान हो गया। मुझे डस्टर फेंककर मारा था।
(जैसा कि पीड़ित बिंटु भोंडेकर ने बताया)

मैं डस्टर दूसरे बच्चे के हाथ में दे रहा था बिंटु पीछे मुड़ा
मैं तीसरी क्लास का पीरियड लेकर आ रहा था। देखा कि चौथी क्लास में कोई नहीं है। बच्चे हल्ला कर रहे हैं। मैं क्लास में गया। बच्चों को कुछ क्लास वर्क देने के लिए ब्लैक बोर्ड को साफ करने बिंटु के पीछे बैठे बच्चे को डस्टर दे रहा था, तभी बिंटु अचानक पीछे मुड़ा और डस्टर लग गया। मैंने डस्टर फेंककर नहीं मारा। उन्होंने माफीनामा भी दिया, जिसमें लिखा कि मैं वेद प्रकाश वर्मा प्रयोगशाला सहायक आपसे निवेदन करता हूं कि कक्षा में अध्यापन के समय किसी भी विद्यार्थी दंड स्वरूप डांटने- मारने का कृत्य भविष्य में नहीं करूंगा।
(जैसा कि टीचर वेदप्रकाश वर्मा ने कहा)

घटना की जानकारी मिली है, जांच के निर्देश दिए
प्राचार्य ने मुझे घटना की जानकारी दी है। बच्चे को धोखे से डस्टर लगना बताया गया है। धोखे से भी लगा हो तो भी मैंने पालक को बुलाकर उनसे माफी मांगने कहा था। साथ ही प्रतिवेदन मंगवाया है। जांच भी होगी। -अभय जायसवाल, डीईओ दुर्ग

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