छत्तीसगढ़: कांकेर में बुधवार देर शाम नगर पंचायत के एक कर्मचारी ने दफ्तर की छत से नीचे छलांग लगा दी। शाम को जब दफ्तर बंद हुआ तो वह अंदर ही छूट गया था। थोड़ी देर बाद साथी उसे तलाश करते हुए अंदर गए तो सीढ़ियों का दरवाजा छत की ओर से बंद था। तभी कुछ लोगों ने उसे बाहर करीब 25 फीट नीचे जमीन पर पड़ा देखा। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां से रायपुर रेफर कर दिया गया है। फिलहाल इसका कोई कारण सामने नहीं आ सका है। मामला भानुप्रतापपुर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, नगर पंचायत भानुप्रतापपुर में बाजारपारा निवासी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी प्रफुल्ल साहू (36) बुधवार सुबह अपने काम पर दफ्तर पहुंचा था। दिन भर साथियों के साथ सामान्य रूप से काम किया। जब शाम करीब 6 बजे कार्यालय बंद होने लगा तो सभी कर्मचारी बाहर आ गए। इसके बाद चपरासी ताला लगाकर चला गया। तभी प्रफुल्ल गेट के पास आया तो देखा कि ताला लगा था। उसके साथी बाहर खड़े थे और वह अंदर बंद था। इस पर साथियों ने चपरासी की तलाश की, पर वह नहीं मिला।
दफ्तर के पीछे खून से लथपथ मिला कर्मचारी।
दरवाजा अंदर से बंद था, मोबाइल भी रिसीव नहीं किया
साथी कर्मचारी गेट खुलवाने के लिए व्यवस्था करने में लग गए। तभी प्रफुल्ल अंदर चला गया। थोड़ी देर बाद जब गेट खुला तो साथियों ने उसे तलाश किया, पर उसका पता नहीं चल रहा था। उसके मोबाइल पर भी कई बार कॉल किया, पर रिसीव नहीं हुआ। इस पर कुछ कर्मचारी छत पर जाने टावर से दरवाजे तक पहुंचे तो वह दूसरी ओर से बंद मिला। आवाज देने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। तभी कुछ साथी कार्यालय के दूसरी ओर पेंशनर भवन की तरफ गए ताे वहां जमीन पर पड़ा मिला।
नगर पंचायत अध्यक्ष बोले-मामले की जांच होगी
प्रफुल्ल को खून से लथपथ पड़ा देख साथी कर्मचारी उसे बाइक से लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन सिर पर लगी चोट और हालत गंभीर होने के कारण उसे रायपुर रेफर कर दिया गया। हालांकि प्रफुल्ल कूदा या गिरा इस पर संशय है। कयास लगाया जा रहा है कि कहीं गेट बंद होने पर वह ऊपर चढ़ बाहर निकलने की कोशिश में गिर तो नहीं गया, पर दरवाजा अंदर से बंद करने और मोबाइल नहीं उठाने से खुदकुशी के प्रयास की भी आशंका जताई जा रही है। नगर पंचायत अध्यक्ष बबला पाढ़ी ने मामले की जांच कराई जाएगी।